नई दिल्ली।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू और उनके एक सहयोगी के कारण विमान की उड़ान
में हुई देरी और यात्रियों को हुई असुविधा के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने
जवाब तलब किया है तथा नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने गुरूवार को माफी
मांग ली। मंत्री ने साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि ऎसी घटना दोबारा नहीं
होगी।
उड्डयन मंत्री राजू ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने
केंद्रीय मंत्री से संबद्ध इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं तथा कार्रवाई के
लिए पहली रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि किस तरह
की कार्रवाई की जाएगी। राजू ने कहा कि मैंने इस संबंध में सूचना मांगी है। लेकिन
चूंकि लोगों को असुविधा हुई है, मैं नागरिक उड्डयन मंत्री के तौर पर माफी मांगता
हूं। पहली रिपोर्ट आने दीजिए। सच सामने आने दें उसके बाद मैं अपना कर्तव्य पूरा
करूंगा। उड्डयन मंत्री ने हालांकि साथ ही मामले को दरकिनार करने की कोशिश भी की।
उन्होंने कहा कि ऎसी चीजें सभी एयरलाइंस के साथ अक्सर होती रहती हैं और यह
मामला सिर्फ एयर इंडिया का ही नहीं है। वास्तव में वे समय के अंदर काम करते हैं और
देश में बेहतर वायु यातायात सेवा प्रदान कर रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री
कार्यालय ने उड्डयन मंत्रालय से वीआईपी यात्रियों के कारण एयर इंडिया की दो उड़ानों
में देरी होने पर जवाब तलब किया।
प्रेस सूचना कार्यालय के अध्यक्ष फ्रैंक
नोरोन्हा ने ट्वीट किया, “भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से
वीआईपी यात्रियों के कारण एयर इंडिया की उड़ानों में देर होने के संबंध में जवाब
तलब किया है। उधर मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए रिजिजू ने गुरूवार को स्पष्ट किया कि
उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी।
रिजिजू ने दार्जिलिंग से आईएएनएस को
बताया कि आमतौर पर मैं जब भी किसी आधिकारिक काम के सिलसिले में कहीं जाता हूं तो
मुझे मेरे सभी यात्रा प्रबंधनों के बारे में सूचित किया जाता है। लेकिन इस घटना के
लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं, क्योंकि लेह प्रशासन ने मुझे इसके बारे में सूचित नहीं
किया था कि वे विमान में मेरा प्रबंधन कराने के लिए बदलाव कर रहे
हैं।
उन्होंने कहा कि यह साफ है कि यदि मुझे इन बदलावों के बारे में बताया
जाता, जिनसे यात्रियों को समस्याएं हुईं, तो मैं इसे होने से रोक सकता था। रिजिजू
सिंधु दर्शन समारोह में हिस्सा लेने के लिए 24 जून को लेह में थे। लेकिन खराब मौसम
की वजह से जिस हेलीकॉप्टर में वह सवार थे, वह उड़ान नहीं भर सका और आखिरी समय में
उन्हें तथा उनके सहयोगी के लिए एयर इंडिया की उड़ान संख्या 446 में इंतजाम किया
गया।
इस सप्ताह की शुरूआत में मुंबई से न्यूयॉर्क जाने वाली एयर इंडिया के
विमान में भी कथित तौर से लगभग घंटे भर की देरी की गई। इस विमान में महाराष्ट्र के
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सवार थे। यह देरी कथित तौर पर उनके एक सहयोगी को सीट
दिलाने के लिए की गई थी। हालांकि, फडणवीस ने इस तरह की घटना से इनकार किया, लेकिन
एयर इंडिया ने इस खबर की पुष्टि की थी।
इस बीच मुख्य विपक्षी पार्टी
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सरकार की आलोचना की और मंत्री से माफी की मांग की।
कांग्रेस ने इसे सत्तारूढ़ दल के “दुर्व्यवहार” की संज्ञा दी। कांग्रेस के वरिष्ठ
नेता पी. सी. चाको ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं, यह मामले
छिपेंगे नहीं। हम अपने अधिकार का दुरूपयोग करने और विमान में सफर कर रहे अन्य आम
यात्रियों को हुई असुविधा के लिए मंत्री से माफी मांगे जाने की मांग करते हैं।
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