तिरूवनंतपुरम। मुंबई हमले के गुनहगार याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद से ही देश में फांसी की सजा पर प्रतिबंध लगाने को लेकर बहस छिड़ी है। कांग्रेस नेता शशि थरूर भी ने भी पिछले दिनों देश में फांसी पर रोक लगाने की वकालत की थी। रविवार को भी उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे अपने रूख पर कायम हैं। थरूर ने कहा कि किसी दोषी को फांसी देना हमें खुद भी एक हत्यारे की श्रेणी में खड़ा कर देता है। हमें हत्यारों की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए बल्कि कानून व्यवस्था में अपराधियों के लिए थोड़ी और गुंजाइश होनी चाहिए।
पुरानी प्रथा है फांसीथरूर ने कहा, “पुराने जमाने में किसी की हत्या करने वाले की हत्या करने का कानून था। इस प्रथा को हम आज भी चला रहे हैं।” हालांकि थरूर मेमन की तरफदारी करने से बचते दिखे।
विरोधियों का भी लिया सहाराथरूर ने अपने विपक्षी राजनेताओं शत्रुघ्न सिन्हा, वरूण गांधी समेत सीताराम येचुरी, कनिमोझी का भी नाम लेते हुए कहा कि समाज के जाने-माने लोग भी फांसी के खिलाफ हैं। थरूर ने विश्व के 143 देशों का उदाहरण दिया, जो फांसी की सजा का प्रवाधान मिटा चुके हैं।
Home / Miscellenous India / फांसी देना मतलब हत्यारों की तरह बर्ताव करना: थरूर