मुंबई हमले के दोषियों को सजा मिले: रिचर्ड वर्मा
Published: Sep 02, 2015 10:32:00 pm
अमरीका के
राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि मुंबई हमले समेत सभी आतंकवादी हमलों के दोषियों को सजा मिलनी
चाहिए
गुवाहाटी। भारत में अमरीका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को आश्रय देने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि मुंबई हमले समेत सभी आतंकवादी हमलों के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। वर्मा ने यहां दो दिवसीय दौरे की समाप्ति पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा “आतंकवादियों के सभी ठिकानों को नष्ट किया जाना चाहिए। मुंबई हमलोंं में शामिल लोगों समेत आतंकवाद के दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें सजा मिलनी चाहिए।”
अमरीका पर पाकिस्तान को हथियार उपलब्ध कराने में कथित सहायता देने के सवाल पर वर्मा ने कहा कि अमरीका शांति और स्थिरता कायम करने के लिए पाकिस्तान के साथ है। उन्होंने कहा “हमारी नीति वहां पर आतंकवाद और हिंसा से लड़ने की है।” उन्होंने गत महीने आखिरी समय में भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तरीय वार्ता रद्द किए जाने पर कहा कि वार्ता पर दोनों देशों को निर्णय लेना है। उन्होंने कहा “हम वार्ता का समर्थन करते है और देखते है कि दोनों देश कब वार्ता बहाल करते है।”
वर्मा ने कहा कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन करता है। उन्होंने कहा, “अमरीका संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई सदस्यता का कड़ा समर्थन करता है।” अमरीका के संयुक्त राष्ट्र में भारत के दावे का समर्थन न करने की मीडिया रिपोर्टों पर उन्होंने कहा कि ऎसी रिपोर्टें तथ्य पर आधारित नहीं है और न हीं इनमें कोई सच्चाई है। उन्होंने कहा कि अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुद तीन बार कहा है कि इस मामले में उनका देश भारत का समर्थन करता है।
उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र में सुधार की प्रक्रिया लंबी और उलझी हुई है लेकिन हम इस पर कड़ी मेहनत कर रहे है।” वर्मा ने कहा कि अमरीका पूर्वोत्तर भारत को केन्द्रीय बिन्दू मानकर दक्षिण एशिया में संपर्क बढ़ाने को लेकर काम करने का इच्छुक है। उन्होंने कहा, “हम पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच संपर्क बढ़ाने पर काम करने के इच्छुक है। अमरीका वास्तविक संपर्क, डिजीटल संपर्क और प्रत्येक व्यक्ति तक संपर्क पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।” वर्मा ने क्षेत्रीय औद्योगिक नेताओं के साथ बातचीत भी की तथा इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अमरीका और पूर्वोत्तर भारत के व्यापारिक संबंधों पर भी बात की।