नई दिल्ली।
केन्द्रीय सतर्कता आयोग को पिछले साल
भ्रष्टाचार की 64,000 शिकायतें मिली है जो उससे पिछले साल की तुलना में 82 फीसदी अधिक हैं। संसद में पेश की गई वर्ष 2014 की वार्षिक रिपोर्ट के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इनमें भ्रष्टाचार की सर्वाधिक शिकायतें रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ थीं। सतर्कता आयोग के एक अधिकारी के अनुसार यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में भ्रष्टाचार की शिकायतें आई। अधिकारी का कहना है कि काम का बोझ बढ़ जाने के बावजूद स्टाफ की संख्या नहीं बढ़ी है। आयोग को वर्ष 2013 में 35,332, वर्ष 2012 में 37,039, वर्ष 2011 में 16,929 तथा वर्ष 2010 में 16,260 शिकायतें मिली थीं।
रिपोर्ट के अनुसार भ्रष्टाचार की शिकायतों में सरकारी संगठनों की सूची में रेलवे सबसे ऊपर रहा है। पिछले साल रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ 12,776 भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलीं। आयोग को सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की 45,713 शिकायतें मिली थी। इनमें 32,054 शिकायतों का निस्तारण किया गया जबकि 13,659 शिकायतों का निस्तारण होना बाकी है। छह माह से अधिक पुरानी 6,499 शिकायतें अभी लम्बित हैं।
वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की 3,378 शिकायतें, शहरी विकास मंत्रालय के तहत काम कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ 2,917, स्टील मंत्रालय और दूर संचार मंत्रालय के तहत काम कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ क्रमश: 1,494 और 1,303 भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलीं। रिपोर्ट के अनुसार आयोग में स्वीकृत 296 पदों के विरूद्ध 58 पद रिक्त थे।
Home / Miscellenous India / देश में बढ़ रहा है भ्रष्टाचार, रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायत