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पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक के बदले में भारतीय बैंकिंग पर किया साइबर हमला

Published: Oct 23, 2016 11:13:00 am

कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम-इंडिया (सीईआरटी-आई) ने बैंकों को साइबर हमले की जानकारी दी थी।

atm fraud

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नई दिल्ली. भारत की बैंकिंग इंडस्ट्री पर हुए अब तक केसबसे बड़े साइबर हमले में 30 लाख से ज्यादा डेबिट और क्रेडिट कार्ड का डाटा चुराया गया है। कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम-इंडिया (सीईआरटी-आई) ने बैंकों को साइबर हमले की जानकारी दी थी। ऐसे में पूरी आशंका है कि सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने बदले के तौर पर यह साइबर हमला किया है।

भारत सरकार की सर्वोच्च निगरानी एजेंसी कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम-इंडिया ने सात अक्तूबर को चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की तरफ से भारत पर साइबर हमला हो सकता है। इसके बाद से ही ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतें सामने आने लगी थीं। उससे पहले जुलाई और अगस्त में भी इस एजेंसी ने चेतावनी जारी की थी। खैर, माना जा रहा है कि पाकिस्तानी हैकर्स ने ऐसे सात हजार हमले किए हैं। मालवेयर इन्फेक्शन की वजह से बैकों की साइबर सुरक्षा में सेंध लगी। इसके कारण करीब 32 लाख कार्ड का डाटा चोरी किया गया। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक, पूरी दुनिया में करीब 1.3 करोड़ रुपये की अवैध धन निकासी हुई है।

ऑडिट के आदेश

 पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया ने भारतीय बैंकों के सर्वर और सिस्टम की फॉरेंसिक ऑडिट कराने का आदेश दे दिया है ताकि इस फ्रॉड का पता लगाया जा सके। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक करीब 90 एटीएम के साथ छेड़छाछ की गई। इससे 19 बैंकों के करीब 641 ग्राहकों को नुकसान पहुंचा है। एनपीसीएल की रिपोर्ट का कहना है कि इस दौरान हैकिंग के जरिए 1.3 करोड़ रुपये की चोरी की गई है। इस सबसे बड़े साइबर हमले से बैंकिंग इंडस्ट्री बुरी तरह घबराई हुई है। इतनी बड़ी तादाद में कभी भी बैंकिंग का डाटा चोरी नहीं हुआ था।

मुआवजा देंगे बैंक

 सूत्रों के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और येस बैंक को अपने ग्राहकों और दूसरे बैंकों को मुआवजा दे सकते हैं। बैंक को प्रभावित खाता धारकों को मुआवजा देने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि सीईआरटी-आई एजेंसी बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को वक्त-वक्त पर संभावित साइबर खतरों के बारे में सूचित करती है। एक शीर्ष सरकारी अफसर ने बताया कि सबसे ताजा अलर्ट सात अक्तूबर को बैंकों को दिया गया था।

कब-कब जारी की गई चेतावनी

-1 जुलाई को बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन पर साइबर हमला हो सकता है।
-12 और 24 अगस्त को चेतावनी जारी की गई कि कुछ खास मैलवेयर्स के जरिए कस्टमर्स का डेटा चुराया जा सकता है।
– 07 अक्तूबर को पाकिस्तान से साइबर हमले किए जाने का अल्र्ट जारी किया गया।
-19 अक्टूबर को भी सचेत किया गया कि एटीएम नेटवर्क में मालवेयर्स के जरिए फ्रॉड हो सकता है
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