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मोदी सरकार को ललकारा, दाऊद बकरी का बच्चा है, जो पकड़ लोगे

Published: Jul 04, 2015 04:55:00 pm

शकील ने कहाकि दाऊद क्या हलवा है? बकरी का बच्चा समझ के रखा है क्या? लाना है तो राजन को लाओ ना?

dawood ibrahim-chhota shakeel

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नई दिल्ली। माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सबसे विश्वस्थ सहयोगी छोटा शकील की अब भारत लौटने की कोई इच्छा नहीं है। शकील के अनुसार उनके प्रस्ताव को भारत सरकार ने 1993 के मुम्बई विस्फोट के बाद ठुकरा दिया था और अब भारत आने की उनकी कोई मंशा नहीं है। शकील ने यह बात एक अंग्रेजी अखबार को कराची से दिए फोन साक्षात्कार में कही है।

“आडवाणी ने गेम खेला”
शकील ने अखबार से कहाकि, जब हम लोग 1993 के बाद भारत आना चाहते थे तो तुम्हारी सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। भाई की राम जेठमलानी से इस बारे में बात भी हो गई थी लेकिन आडवाणी ने गेम खेला। पिछले साल सितम्बर में दाऊद इब्राहिम की हत्या करने की साजिश करने के बारे में पूछे जाने पर शकील उखड़ गया और उसने कहाकि, सवाल वो करो जिसका जवाब मैं आपकों दूं, वो ना करो जिसका जवाब नहीं दूं। आज तक जितनी भी ऎसी जानकारी आई है एजेसिंज भी जानती हैं, ख्याली पुलाव है, सपने देखते हैं, इनका सपना कभी पूरा नहीं होगा।

सरकार छोटा राजन को लाने की बात क्यों नहीं करती
अखबार के अनुसार शकील ने भारतीय एजेंसियों पर भेदभाव का आरोप लगाया और कहाकि सरकार छोटा राजन को वापिस लेने की बात क्यों नहीं करती। जब एजेंसियां राजन के खिलाफ योजना बनाने की मेरी बात सुन सकती हैं तो वे जानती है कि वह कहां है, वे उसे क्यों नहीं पकड़ते? क्या उसने लोगों को नहीं मारा? दाऊद और उसके साथियों को लाने के दावों पर शकील ने भारतीय अधिकारियों का मखौल भी उड़ाया, उसने कहाकि, जब भी नई सरकार आती वे पहला बयान हमारे बारे में ही देते हैं। उसको ले आएंगे, घुस के लाएंगे, क्या हलवा है? बकरी का बच्चा समझ के रखा है क्या? लाना है तो राजन को लाओ ना?

“5-6 साल में किसी को नहीं मारा”
छोटा राजन पर हमले के बारे में उसने बताया कि, एक दलबदलू की जानकारी के आधार पर वह ऑस्ट्रेलिया में राजन को मारने के करीब था लेकिन वह चूहे की तरह भाग गया। उसने दावा किया कि राजन के तीन मुख्य साथी उसके साथ हो गए क्योंकि उन्हें विश्वास हुआ कि मैं उनका ख्याल रखूंगा। डी कंपनी द्वारा मारे गए राजन की गैंग के लोगों के परिवारों की भी मैं देखभाल करता हूं। मैंने पिछले 5-6 साल में किसी को नही मारा। मैं मासूम लोगों की हत्या नहीं करना चाहता। मैं अपना कारोबार करना चाहता हूं और पैसा लगाना चाहत हूं व वापिस चाहता हूं।
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