कोर्ट ने हड़ताली कर्मचारियों के वकीलों से पूछा कि क्या आप हड़ताल वापस ले रहे हैं, हमें 2 दिन में बताएं
दिल्ली। बीते 13 दिन से चल रही एमसीडी सफाईकर्मियों की हड़ताल खत्म होगी या नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है। दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को हुई सुनवाई में कुछ कर्मचारी यूनियनों ने एमसीडी के 2 दिन सैलरी देने के आश्वासन के बाद अंडरटेकिंग दी कि अगर सैलरी मिल जाता है तो हम आज ही हड़ताल वापस ले लेंगे।
इस मामले में अदालत में याचिकाकर्ता के वकील जोगिन्दर सुखीजा ने कहा कि कर्मचारी यूनियन ने कहा कि अगर हमारी तनख्वाह मिल जाए तो हम हड़ताल वापस ले लेंगे। लेकिन अदालत के बाहर दूसरे कर्मचारी संघ के प्रमुख संजय गहलोत ने कहा कि हमने कोई अंडरटेकिंग नहीं दी है और हड़ताल जारी रहेगी।
एमसीडी ने हाई कोर्ट में कहा कि दिल्ली सरकार से पैसे मिल गए हैं, लेकिन सभी कर्मचारियों तक अभी पूरी सैलरी नहीं पहुंच पाई है। कोर्ट ने हड़ताली कर्मचारियों के वकीलों से पूछा कि क्या आप हड़ताल वापस ले रहे हैं, हमें 2 दिन में बताएं। हम मामले की सुनवाई दोबारा करेंगे। मामले की अगली सुनवाई 10 फरवरी को होगी।
सिर्फ दो यूनियन हुए राजी
हाईकोर्ट ने एमसीडी को आदेश दिया है कि वो 2 दिन में सुनिश्चित करें कि सभी कर्मचारियों को सैलरी पहुंच जाए। कोर्ट में एमसीडी के 18 में से सिर्फ दो यूनियन ने सैलरी मिल जाने पर हड़ताल वापस लेने की बात कही है।
कर्मचारी बोले-झूठ बोल रहा है निगम
कर्मचारियों के वकीलों ने कहा कि सिर्फ सैलरी ही मुद्दा नहीं है कुछ मसले हैं जो सुलझे नहीं हैं। कर्मचारियों ने कहा कि ये स्थाई समस्या है। हर बार सैलरी रोक दी जाती है, एरियर की भी समस्या है। हमें सैलरी के साथ एरियर भी चाहिए। सभी समस्याओं का समाधान होगा तभी हड़ताल वापस होगी। उन्होंने कहा कि निगम झूठ बोल रहा है कि जनवरी तक की सैलरी मिल गई है। हमारी सैलरी अभी तक अकाउंट में नहीं आई है।
बता दें कि कई महीने से सैलरी और एरियर न मिलने की वजह से एमसीडी कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी। हालांकि 10 दिन बाद डॉक्टर्स एसोसिएशन और टीचर्स एसोसिएशन ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया था। फिलहाल सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जारी है।