अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरंजीत चैटर्जी ने कहा, “मैंने गौर किया है कि पिछले 5-6 दिनों में आंकड़ा नीचे जाने लगा था, पर अब यह वापस ऊपर जा रहा है।”
नई दिल्ली। डेंगू के मामले में यह साल 10,683 मामलों के साथ अब तक का सबसे बुरा साल रहा है। यह पिछले 19 सालों में अब तक का सबसे बुरा रिकॉर्ड है। 10 अक्टूबर को दिल्ली नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक 8 अक्टूबर तक 9,438 डेंगू के मामले आ चुके थे। यह पिछले 19 सालों में यह अब तक का सबसे बुरा रिकॉर्ड है। इससे पहले 1996 में 10,252 डेंगू के मामले सामने आए थे।
इंद्रप्रस्थ स्थित अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरंजीत चैटर्जी ने बताया कि, “मैंने गौर किया है कि पिछले 5-6 दिनों में आंकड़ा नीचे जाने लगा था, पर अब यह वापस ऊपर जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि, “वातावरणीय कारक भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। हमने देखा है कि जब आंकड़े बढ़ना शुरू होते हैं तो दिवाली तक यह वापस नीचे जाना शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार हर बार की तुलना में पहले ही आंकड़े बहुत ऊपर जा चुके हैं इसलिए ऐसा लगता है कि यह नीचे भी जल्दी जाएंगे।”
उन्होंने बताया कि हालांकि 1996 की तुलना में इस साल ज्यादा मामले सामने आए हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि तब की तुलना में इस बार मौतों की संख्या काफी कम है। 1996 के आंकड़ो के मुताबिक उस वक्त डेंगू के 10,252 मामले सामने आए थे जिनमें से 423 लोगों की जान चली गई थी, जबकि इस साल 10,683 मामले सामने आए हैं लेकिन अभी तक मरने वालों की संख्या 30 है।