हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दोपहर बाद ही सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
नई दिल्ली। संसद के निचले सदन लोकसभा की कार्यवाही गुरुवार को एक बार फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्षी दल वोटिंग के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा की अपनी मांग पर बने रहे। हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने दोपहर बाद ही सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने बुधवार रात को तकनीकी गड़बड़ी के बावजूद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ले जा रहे विमान को कोलकाता हवाईअड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं देने का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि विमान लगभग 30 मिनट तक हवाईअड्डे के ऊपर चक्कर काटता रहा, लेकिन वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने विमान को रनवे पर उतारने की मंजूरी देने में देरी की। हालांकि, पायलट बार-बार कहता रहा कि विमान में ईंधन खत्म होने वाला है। लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि ममता बनर्जी की जिंदगी खतरे में थी। वह आठ नवंबर को घोषित नोटबंदी के खिलाफ कोलकाता से पटना और लखनऊ में आयोजित रैलियों में हिस्सा लेने जा रही थीं।
नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि कोलकाता हवाईअड्डे पर विमान उतरने से पहले वह सिर्फ 13 मिनट तक ही आसमान में चक्कर काटता रहा। राजू ने यह भी कहा कि नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके तुरंत बाद जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल का संचालन करना चाहा, कांग्रेस और तृणमूल के नेतृत्व में विपक्ष अध्यक्ष की आसंदी के पास इकट्ठा हो गया और नोटबंदी पर चर्चा की मांग करने लगा।
वामपंथी पार्टियां, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने एकजुटता दिखाई। ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कडग़म (एआईएडीएमके) के नेता भी अपनी सीटों के पास खड़े रहे। हंगामे के बीच खेल मंत्री विजय गोयल ने कुछ सवालों के जवाब भी दिए। विपक्षी पार्टियां हालांकि सरकार के खिलाफ नारेबाजी करती रहीं, जिसके बाद सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, सुमित्रा महाजन ने विभिन्न मुद्दों पर स्थगन प्रस्ताव के सभी नोटिस खारिज कर दिए। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने किसी भी ऐसे नियम के तहत चर्चा की मांग की, जिसमें वोटिंग का प्रावधान हो। बंदोपाध्याय ने खडग़े का समर्थन किया। खडग़े ने कहा कि यह बहुत बड़ा घोटाला है। लोगों को उनका वेतन नहीं मिल रहा है। पूरी तरह अस्त-व्यस्तता की स्थिति है। हम मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है।
बंदोपाध्याय ने कहा कि नोटबंदी का फैसला काले धन पर लगाम लगाने की बात कहते हुए लिया गया, लेकिन अवैध धन रखने वालों का अब तक बाल भी बांका नहीं हुआ है। उन्होंने कहा किकाले धन को सफेद बनाने का एक निश्चित अनुपात है, इसलिए काला धन रखने वालों को कोई समस्या नहीं हो रही है, लेकिन आम आदमी को कठिनाई हो रही है।
उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट हैक होने का मुद्दा भी उठाया। बीजू जनता दल के नेता भर्तृहरि महताब ने भी अध्यक्ष से कहा कि चर्चा शुरू करने के तरीके खोजे जाएं। संसदीय मामलों के मंत्री एच.एन अनंत कुमार ने कहा कि सरकार मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है। महाजन ने भी सदस्यों से नियमों की जिद छोड़कर चर्चा शुरू करने की अपील की।
हालांकि विपक्षी सदस्य अपनी मांग को लेकर डटे रहे। उन्होंने हमें चाहिए वोटिंग, हमें चाहिए वोटिंग के नारे लगाए, जिसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य मोदी, मोदी मोदी के नारे लगाने लगे। हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।