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भारत,पाक,अफगानिस्तान में भूकंप के झटके, 2 की मौत, 10 घायल

Published: Apr 10, 2016 10:21:00 pm

उत्तर भारत में रविवार दोपहर को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1 मापी गई

earthquake in afghanistan

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों और पड़ोसी देश पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान में रविवार दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर चार बजकर एक मिनट पर आए भूकंप के झटके दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, श्रीनगर, राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में महसूस किए गए। भूकंप के चलते दिल्ली तथा अन्य शहरों में मेट्रो सेवा कुछ देर के लिए बंद कर दी गई।

अमरीकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के मुताबिक पाकिस्तान के सुदूर उत्तर-पश्चिमी इलाके और अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1 मापी गई। सर्वेक्षण के मुताबिक इसका केन्द्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश पर्वत में 200 किलोमीटर की गहराई पर था। अन्तरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में दो लोगों की मौत हो गई तथा 10 घायल हो गए।

इसलिए आता है भूकंप
पृथ्वी की बाहरी परत में अचानक हलचल होती है जिससे उत्पन्न ऊर्जा इसका कारण होता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर भूकंप की तरंगें पैदा करती है। ये तरंगे धरती को हिलाकर प्रकट होती है।

भूकंप आने के कारण
भूकंप आने के दो कारण होते हैं-प्राकृतिक या मानवजनित। ज्यादातर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। ये मुख्य दोष भारी मात्रा में गैस प्रवास, ज्वालामुखी, पृथ्वी के भीतर गहरी मीथेन, भूस्खलन अथवा नाभिकीय परिक्षण हैं।

ऎसे मापें भूकंप के झटके
भूकंप को सीस्मोग्राफ से मापा जाता है। भूकंप का क्षण परिमाण पारंपरिक रूप से मापा जाता है अथवा संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। 3 रिक्टर कीतीव्रता से आने वाला भूकंपसामान्य होता है जबकि 7 रिक्टर से आने वाला भूकंक गंभीर क्षति पहुंचाने वाला होता है।

भूकंप आने पर होने वाले प्रभाव
भूकंप आने से जान-माल की हानि समेत कई रोग आदि होते हैं। ईमारतें, बांध, पुल आदि पृथ्वी के नाभिकीय ऊर्जा केंद्र को नुकसान पहुंचाते हैं। भूकंप से भूस्खलन व हिम स्खलन होता है, जिनसे पर्वतीय क्षेत्रों में क्षति होती है। इसके अलावा बिजली के तार टूटने से आग लग सकती है वहीं भूकंप से समुद्र के भीतर सुनामी आ सकती है। भूकंप से बांध टूटने पर बाढ़ आ सकती है।

भूकंप आने पर ऎसे करें बचाव
-भूकंपरोधी मकान का निर्माण करवाएं।
-आपदा किट बनाएं जिसमें रेडियो, मोबाइल, जरूरी कागजाजत, टार्च, माचिस, चप्पल, मोमबत्ती, कुछ पैसे और जरूरी दवाएं हों।
-भूकंप आने परबिजली और गैस बंद कर दें।
– भूकंप अपने पर लिफ्ट का प्रयोग बिल्कुल न करें।
– भूकंप आने पर खुले स्थान पर जाएं, पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें।

अब तक आए सबसे बड़े पांच भूंकप
26 जनवरी 2001

भारत के गुजरात में 7.9 रिक्टर स्केल तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप आया था जिसमें 30000 हजार लोग मारे गए और लगभग 10 लाख लोग बेघर हो गए।

17 अगस्त 1999
तुर्की की राधानी इंस्तांबूल और इमिट शहरों में 7.4 रिक्टर स्केल की तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप में 70000 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।

1990
ईरान के उत्तरी राज्य गिलान में आए शक्तिशाली भूकंप ने 40000 से भी अधिक लोगों की जान ले ली और कई ताबह हो गए।

दिसंबर 1988
आर्मेनिया के उत्तर-पश्चिम में 6.9 रिक्टर स्केल तीव्रता का यह भूकंप आया था जिसमें 25000 लोगों की जाने गई थी।

1923
जापान की राजधानी टोक्यो में ग्रेट कांटो नाम का यह शक्तिशाली भूकंप आया था जिसमें 142800 लोगों की जान चली गई थी।

https://twitter.com/ANI_news/status/719120576753700864



पीएम मोदी ने भी ट्वीट करते हुए सभी लोगों की कुशलता की कामना की, उन्होंने लिखा, “मैं आशा करता हूं कि हर भारतीय, पाकिस्तानी तथा अफगानिस्तानी नागरिक सुरक्षित होगा”

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