पाकिस्तानी सेना ने जैसलमेर सहित समूचे पश्चिमी राजस्थान के सीमा क्षेत्र के पास समय से पहले युद्धाभ्यास शुरू कर दिया
पत्रिका न्यूज नेटवर्क, जैसलमेर। उरी में आतंकी हमले के बाद भारत के कठोर रुख से पड़ोसी पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तानी सेना ने जैसलमेर सहित समूचे पश्चिमी राजस्थान के सीमा क्षेत्र के पास समय से पहले युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। इसे ‘डेजर्ट वार गेम’ का नाम दिया गया है। गौरतलब है कि पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान प्रति वर्ष अक्टूबर माह में सैन्य अभ्यास आयोजित करता है, लेकिन इस बार उसने यह कवायद गत 22 सितम्बर से ही शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार सीमा के उस पार पाकिस्तानी टैंकों और अन्य सैन्य साजोसामान की आवाजाही को मद्देनजर रखते हुए सीमा सुरक्षा बल ने अपनी चौकसी और बढ़ा दी है। सेना और वायुसेना भी अलर्ट होकर हर गतिविधि पर नजर बनाए हुई हैं।
सीमा के जैसलमेर सहित गंगानगर, बीकानेर तक के पाकिस्तानी सीमाई इलाके में पाक सेना के करीब 15 हजार सैनिक सीमापार रहिमियार खान, शादिकाबाद, घोटकी, मीरपुर, मेंथलो आदि क्षेत्रों में सैन्य अभ्यास में जुटे हुए हैं। हालांकि बीएसएफ और सेना ने पाक के युद्धाभ्यास की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों के अनुसार, डेजर्ट वार गेम में पाक की कुल 11 कोर में से 2 कोर (कराची की 5 कोर तथा मुल्तान की 2 कोर) के सैनिक हिस्सेदारी कर रहे हैं। सैन्य अभ्यास में पाक न केवल अपने आजमाये हुए शस्त्रों को काम में ले रहा है बल्कि नए रक्षा उपकरणों का परीक्षण भी कर रहा है।
हम चौकस और पूरी तरह तैयार
पश्चिम सीमा से सटे जिलों के प्रशासन और पुलिस को पहले ही सक्रिय रहने के निर्देश दिए जा चुके हैं। बीएसएफ का पश्चिमी सीमा पर अलर्ट पहले से चल रहा है। युद्धाभ्यास के बाद हाई अलर्ट कर दिया गया है। भारतीय सेना की पश्चिमी कमान ने श्रीनगर से बीकानेर तक चार दिवसीय एयर एक्सरसाइज की तैयारी कर रखी है। सीमा सुरक्षा बल और भारतीय वायुसेना तालमेल बनाकर एक दूसरे को सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। इधर, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक डॉ. बीआर मेघवाल ने गत दिनों ही बल के कमांडरों की दो दिवसीय बैठक में समूची तैयारियों की समीक्षा की थी।
पाकिस्तान के सीमा क्षेत्र में मूवमेंट अवश्य है, लेकिन यह रूटीन का हिस्सा
है। इसे अलार्मिंग नहीं माना जा सकता। वैसे, सीमा सुरक्षा बल वर्षपर्यंत
हाई अलर्ट पर रहता है, क्योंकि हमारे सीमा क्षेत्र से हमेशा घुसपैठ जैसी
गतिविधियों की आशंका बनी रहती है। हमारे जवान किसी भी स्थिति का सामना
करने में सक्षम हैं।
अमित लोढ़ा, उपमहानिरीक्षक, सीसुब नॉर्थसेक्टर, जैसलमेर