पहले अर्थशास्त्री और बाद में देश के प्रधानमंत्री बनने वाले डॉ. मनमोहन सिंह लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनके कार्यकाल की सबसे बड़ी सफलताओं में से परमाणु समझौता सबसे उपर माना जाता है।
आइए उनके जन्मदिन पर जानें उनसे जुड़ी कुछ खास बातें: –
1. जवाहर लाल नेहरू के बाद मनमोहन सिंह अकेले प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने लगातार दस साल तक देश का नेतृत्व किया।
2. बहुत ही कम लोग जानते हैं कि अमृतसर के कॉलेज में पढ़ाने के दौरान उन्हें भारतीय राजनीति में आने का मौका मिला था। जिसकी भूमिका मुलक राज आनंद ने प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से उनकी मुलाकात कराने के साथ बनाई थी। मगर इस अवसर को उन्होंने अमृतसर के कॉलेज में पढ़ाने के कमिटमेंट के चलते मना कर दिया था।
3. डॉ. सिंह भारत के आर्थिक सुधारों के प्रणेता माने जाते हैं। वर्ष 1991 में जब वह वित्त मंत्री थे, तो उस समय दुनिया भर में आर्थिक मंदी का दौरा था। तब उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए भारत को लाइसेंस राज से मुक्त किया। जिसके कारण भ्रष्टाचार और लालफीताशाही में कमी आई। वह भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकरण की ओर ले गए। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था ने तेजी से विकास किया।
4. डॉ. सिंह ऐसे प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने लोकसभा चुनाव में कभी जीत हासिल नहीं की। साल 2004 तक यह परंपरा थी कि प्रधानमंत्री जनता का प्रतिनिधि होता है इसलिए उसे लोकसभा से सदन में आना चाहिए। एक बार उन्होंने दिल्ली से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए। इसके बावजूद उन्होंने देश का नेतृत्व किया।
5. वर्ष 1971 में वह भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मन्त्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किये गये। इसके बाद उन्हें वर्ष 1972 में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया।
6. जब रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने रुपयों के लिए मॉनिटरी पॉलिसी बनाई थी, मनमोहन सिंह भी उस टीम का हिस्सा थे। वह वर्ष 1976 में आरबीआई के डायरेक्टर बने थे और फिर वर्ष 1982 में उन्हें आरबीआई का गर्वनर बनाया गया।
7. साल 2004 में उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व में बनी यूपीए सरकार तरफ से प्रधानमंत्री बनाया गया। साल 2009 में बतौर प्रधानमंत्री फिर चुनाव जीतकर वो दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने।
8. विपक्ष में होने के बावजूद भी मनमोहन सिंह की तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से अच्छी दोस्ती थी. इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल डॉ. सिंह को काफी पसंद करते हैं। ओबामा ने तो उन्हें सार्वजनिक रूप से खास दोस्त भी कहा था। इसके अलावा रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी कई मौकों पर मनमोहन से अपनी दोस्ती स्वीकार कर चुके हैं।
9. बचपन में उन्हें देखने में दिक्कत पेश आती थी क्योंकि गांव में बिजली न होने के कारण उन्हें लालटेन में पढ़ना पढ़ता था।
10. मनमोहन सिंह 18 जुलाई 2006 में भारत और अमेरिका के बीच होने वाले परमाणु समझौते के लिए जाने जाते हैं। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। ये मनमोहन सिंह की बड़ी सफलता मानी जाती है।