सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक भारत के गांवों और दूरदराज इलाकों तक इंटरनेट सुविधा पहुंचाने के लिए अपना ड्रोन तैनात करेगी।
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक भारत के गांवों और दूरदराज इलाकों तक इंटरनेट सुविधा पहुंचाने के लिए अपना ड्रोन तैनात करेगी। फेसबुक ने इसके लिए भारतीय टेलिकॉम कंपनियों से बातचीत भी शुरू कर दी है। फेसबुक दूरदराज इलाकों में अफोर्डेबल इंटरनेट देने के लिए अपना सौर ऊर्जा चलित विमान एक्विला तैनात करेगा।
दूरदराज इलाकों में भी मिलेगी इंटरनेट की तेज स्पीड
फेसबुक में कनेक्टिविटी पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर रॉबर्ट पेपर कहते हैं कि हमारी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ग्रामीण इलाकों में ब्रांडबैंड सुविधाएं देने के लिए टेलिकॉम कंपनियों के साथ एक्सप्रेस वाई-फाई प्रोजेक्ट पहले ही शुरू कर चुकी है। रॉबर्ट कहते हैं कि हमारा एक्विला फाइबर रहित जगहों पर फाइबर जैसी इंटरनेट स्पीड देता है इसलिए सभी इसमें इतनी रुचि दिखा रहे हैं। हमने इसके लिए भारतीय टेलिकॉम ऑपरेटर्स के साथ भी बातचीत शुरू कर दी है। अभी ये बातचीत बहुत ही शुरुआती स्तर पर है मगर ये टेलिकॉम इंडस्ट्री को बहुत फायदा पहुंचा सकती है।
एक्विला से ग्रामीण इलाकों तक मोबाइल ब्रॉडबैंड पहुंचा सकेंगे ऑपरेटर्स
अभी तक टेलिकॉम कंपनियां ग्रामीण इलाकों तक इंटरनेट सर्विस पहुंचाने के लिए इंफ्रास्टक्चर तैयार नहीं कर पा रही। ग्रामीण इलाकों में मोबाइल ब्रॉडबैंड उपलब्ध कराने के लिए ये कंपनियां फेसबुक के एक्विला को इस्तेमाल कर सकती हैं। एक बार जब पर्याप्त मात्रा इंटरनेट सुविधा दे दी जाएगी तब ये ऑपरेटर्स अपना इंफ्रास्टक्चर भी तैयार कर सकते हैं। उसके बाद एक्विला को दूसरी जगह भेजा जा सकता है।
फेसबुक का सौर विमान एेसे पहुंचाएगा दूरस्थ इलाकों तक इंटरनेट
फेसबुक ने इसी जून में सबसे पहला अपना एक्विला विमान एरिजोना के युमा में इस्तेमाल किया था। रॉबर्ट पेपर ने बताया कि एक्विला सौर ऊर्जा से चलने वाला एक विमान है। इस विमान के पंख 141 फीट के हैं। ये विमान बोइंग 737 से भी ज्यादा चौड़ा है। फेसबुक का लक्ष्य है कि कम से कम कीमतों पर लोगों को इंटरनेट की सुविधा मुहैया करवाई जा सके। इस तरह का विमान करीब 90 दिनों तक हवा में रह सकते हैं और 96 किमी. के व्यास तक आने वाले लोगों को इंटरनेट के सिग्नल दे सकता है। एक्विला विमान उन जगहों पर इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध करवा सकता है जहां अभी नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क यानि भारत नेट नहीं पहुंचा है। जब इन दूरदराज के इलाकों पर फाइबर बिछ जाएगा तक यहां से एक्विला को हटाया जा सकता है।