पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी सालाना आय 10 लाख रूपए से ज्यादा बताते हुए 13 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति घोषित की थी। उनसे इस मामले में जब संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनके स्टाफ ने कहा कि वह अभी “व्यस्त” हैं।
सत्ताधारी पीडीपी के प्रवक्ता ने वहीदुर रहमान पर्रा ने अब्दुल्ला के गैस सब्सिडी मांगने के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें किस चीज की कमी है। आर्थिक तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री काफी मजबूत हैं। अगर वह अपने आप को गरीब समझते हैं तो पीडीपी उन्हें छह साल तक मुफ्त एलपीजी देने के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले काफी समय से अपील कर रहे हैं कि जो लोग सक्ष्म हैं, वे गैस सब्सिडी छोड़ दें। ताकि जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाया जा सके। अपील का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने जुलाई में कहा कि यह बात सांसदों पर छोड़ देनी चाहिए कि वे सब्सिडी छोड़ना चाहते हैं या नहीं।
उनसे जब पूछा गया था कि आपने सब्सिडी छोड़ दी है तो इसपर उनका जवाब था कि मेरी चिंता मत करें, मैं वही करूंगा जो मुझे करना होगा।