राज्य पुलिस मुख्यालय ने बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के सभी अधिकारियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है
पटना। गंगा और सोन समेत अन्य नदियों में आये उफान से बिहार के 12 जिलों के नीचले और दियारा वाले क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा बल (एनडीआरएफ) की अतिरिक्त पांच टीम को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है । एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक एस एस गुलेरिया ने बताया कि राज्य के बाढ़ प्रभावित बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगडिया , मुंगेर ,भागलपुर एवं कटिहार जिले के दियारा तथा नीचले इलाकों में बल की 16 टीम पहले से ही राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई थी।
एनडीआरएफ की पांच अतिरक्त टीम पंजाब के भटिंडा से यहां पहुच गई है। गुलेरिया ने बताया कि एनडीआरएफ की 110 नौका को प्रभावित इलाकों में लगाया गया है । एनडीआरएफ की टीम के साथ चिकित्सकों का दल भी जगह-जगह भ्रमण कर रहा है । उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा के साथ ही दवाईयां भी उपलब्ध करायी जा रही हैं। राज्य पुलिस मुख्यालय ने बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के सभी अधिकारियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है। प्रभावित इलाकों में जिन क्षेत्रों से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गये हैं उनके घरों की सुरक्षा के लिए नौका से गश्त करने को कहा गया है। इस संबंध में सभी पुलिस अधीक्षकों आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि गंगा और सोन नदी में आए उफान से 12 जिलों के दियारा और निचले इलाकों के 24 लाख लोग प्रभावित हुए हैं । बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है । सबसे अधिक भोजपुर जिले में जहां 12 लोगों की मौत हुई है, वहीं इन जिलों में फसलों को भी नुकसान हुआ है। इसके अलावा बड़ी संख्या में कच्चे मकानों के भी ढ़ह जाने की सूचना है। सूत्रों ने बताया कि इन्द्रपुरी बराज से लगभग पांच लाख क्यूसेक पानी फिर से सोन नदी में छोड़ा गया है । इसी के मद्देनजर सोन नदी के निकटवर्ती जिलों को सतर्क कर दिया गया है। इससे पूर्व इन्द्रपुरी बराज से सोन नदी में 7 लाख 71 हजार से अधिक क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।
सूत्रों ने बताया कि प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा बल ( एनडीआरएफ) की 21 टीम के अलावा राज्य आपदा बल (एसडीआरएफ) की टीमों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है । प्रभावित इलाकों के लोग उचे एवं सुरक्षित स्थान पर बनाए गए राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत शिविरों में एक लाख सात हजार लोग शरण लिए हुए हैं। समस्तीपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार गंगा के जल स्तर में हो रही वृद्वि के कारण जिले के पटोरी, मोहिउद्दीननगर और मोहनपुर प्रखंड के करीब एक सौ गांव में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। इन गांव का प्रखंड और अनुमंडल मुख्यालय से सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट हो गया है।
वहीं मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार प्रति घंटा आंधा सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा नदी मुंगेर में खतरे के निशान से 67 सेंटीमीटर उपर है । पिछले 24 घंटे के दौरान गंगा के जलस्तर में 11 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है। केन्द्रीय जल अयोग के नुसार गंगा बक्सर, पटना के दीघाघाट, मुंगेर, साहेबगंज एवं फरक्का में लाल निशान से क्रमश: 89 , 67 ,146 एवं 149 सेंटीमीटर है । पुनपुन पटना के श्रीपालपुर में 141 , घाघरा गंगपुरसिसवन में 8 तथा कोसी कुरसेला में लाल निशान से 136 सेंटीमीटर उपर है। कल तक कुछ स्थानों पर गंगा और पुनपुन नदी के जलस्तर में जहां वृद्धि होने की संभावना है वहीं अन्य नदियों के जलस्तर में कमी की संभावना है।