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विमान की लैंडिंग में देरी करा ममता को मारने की साजिशः TMC

Published: Dec 01, 2016 12:53:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

कम ईंधन और लैंडिंग में हो रही देरी से ममता बनर्जी एवं उनके साथ सफर कर रहे शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल राय सभी भयभीत हो गए

mamta banerjee

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कोलकाता। नोटबंदी विरोधी आंदोलन के तहत पटना में सभा करने के बाद कोलकाता लौटते समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विमान हवा में फंस गया। कथित तौर पर देर से लैंडिंग के मामले पर संसद में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। बता दें कि कोलकाता एटीएस से लैंडिंग की अनुमति देर से मिलने के कारण विमान 35 से 40 मिनट तक हवा में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चक्कर काटता रहा। विमान में ईंधन भी कम था। कम ईंधन और लैंडिंग में हो रही देरी से ममता बनर्जी एवं उनके साथ सफर कर रहे शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल राय सभी भयभीत हो गए। विमान के लैंडिंग होने के बाद रन-वे के पास दमकल, मेडिकल की टीम एवं क्रैस लैण्डिंग की स्थिति में की जाने वाली सारी तैयारियां देख वे और चिंतित हो उठे। इस पूरी घटना से मुख्यमंत्री में रोष है।

उधर, तृणमूल के नेता सुदीप बंधोपाध्याय ने यह मामला लोकसभा में उठाया। उनका आरोप था कि ममता को लेकर आ रहे इंडिगो की फ्लाइट में फ्यूल कम था, इसके बावजूद उसे काफी वक्त तक लैंड न कराके चक्कर काटने के लिए कहा गया। तृणमूल के विरोध में कांग्रेस ने भी उसका साथ दिया। पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब प्लेन में फ्यूल नहीं था तो एयर ट्रैफिक कंट्रोल की यह जिम्मेदारी थी कि प्लेन को जल्द लैंडिंग की इजाजत दी जाए। खड़गे के मुताबिक, ममता की जान को खतरा था। वहीं, राज्यसभा में भी इस मामले को लेकर हंगामा हुआ।

वहीं इस मामले में साजिश की आंशका जताते हुए राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि पटना से उड़ान रवाना के बाद पायलट ने बताया कि 40-45 मिनट में कोलकाता पहुंच जाएगा। विमान सही समय से पहुंच भी गया, लेकिन ईंधन कम होने का हवाला देते हुए पायलट की ओर से शीघ्र लैण्डिंग की अनुमति के अनुरोध के बावजूद एटीएस ने इजाजत नहीं दी। विमान से उतरने के बाद हमने देखा कि रन-वे के पास दमकल, मेडिकल की टीम एवं क्रैस लैण्डिंग की स्थिति में की जाने वाली सारी तैयारियां कर रखी गई हैं।

उधर, सरकार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी को कोलकाता ले जा रहे इंडिगो एयरलाइन्स के विमान को कम ईंधन की सूचना दिए जाने के बावजूद कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की इजाजत दिए जाने में देरी को लेकर नागरविमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की जांच के आदेश दे दिये। लोकसभा में यह जानकारी संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार और नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने दी। इससे पहले 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने तृणमूल कांग्रेस के नेता सदन सुदीप बंद्योपाध्याय को विशेष उल्लेख के तहत यह मामला उठाने की इजाजत दी। 

बंद्योपाध्याय ने कहा कि कल देर शाम बनर्जी नई दिल्ली से कोलकाता जा रहीं थीं। वह इंडिगो एयरलाइन्स के विमान में सवार थीं, लेकिन कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वायु यातायात नियंत्रक द्वारा उतरने की इजाजत नहीं दिये जाने से विमान आधे घंटे तक हवा में चक्कर काटता रहा। पायलट में यह भी बताया कि उसके विमान में मात्र सात मिनट का ईंधन बाकी रह गया है, लेकिन इसके बावजूद उनके विमान से पहले दो विमानों को उतारा गया। उन्होंने कहा कि विमान को उतरने की इजाजत तब दी गयी जब वह लगभग दुर्घटनाग्रस्त होने वाला था। उन्होंने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि ऐसी देरी करने के पीछे कहीं कोई और इरादा तो नहीं था। सरकार को बनर्जी के जीवन की सुरक्षा के लिए इस खतरे को देखते हुए आगे आना चाहिये और इसकी जांच करानी चाहिये।

आरोप गलत
एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि उक्त आरोप सरासर गलत है। जिस समय ममता बनर्जी का विमान हवाईअड्डा पहुंचा था, उस समय 8 विमान लैंडिंग के लिए पहुंच चुके थे। अगरतल्ला से कोलकाता आ रहे एयर इंडिया विमान के पायलट ने ईंधन कम होने का हवाला देते हुए एटीएस से शीघ्र लैंडिंग का अनुरोध किया था। उसके कुछ ही देर बाद ममता बनर्जी जिस विमान में सफर कर रही थी, उसके पायलट ने एटीएस से शीघ्र लैण्डिंग की मांग की।

यह दी सफाई
चूंकि एयर इंडिया के विमान में महज चार मिनट का ईंधन शेष बचा तथा, इसलिए पहली प्राथमिकता उसे दी गई। द्वितीय प्राथमिकता ममता बनर्जी के विमान को दी गई।

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