IB के पूर्व अफसर ने कहा कि यूपीए सरकार उस वक्त गुजरात के सीएम रहे मोदी को इस एनकाउंटर के जरिए निशाना बनाना चाहती थी
नई दिल्ली। आईबी के पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राजेंद्र कुमार ने इशरत एनकाउंटर को लेकर अहम खुलासे किए हैं। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कुमार ने कहा कि इशरत जहां एनकाउंटर में उन पर दवाब डाला जा रहा था। उन्होंने कहा कि सीबीआई के एक बड़े अफसर और कांग्रेस के बड़े नेता उन्हें इस केस में फंसाना चाहते था। हालांकि कुमार ने नामों का खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि मैं सबूत जुटा रहा हूं, जिसे कोर्ट या सरकार के सामने पेश करूंगा। बता दें कि हाल ही में डेविड हेडली ने इशरत जहां को लश्कर का आतंकी बताया था।
कुमार ने कहा कि यूपीए सरकार उस वक्त गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी को इस एनकाउंटर के जरिए निशाना बनाना चाहती थी। इसके लिए मुझे फंसाने की कोशिश की गई। कुमार का आरोप है कि उनपर मोदी का नाम फेक एनकाउंटर केस से जोडऩे के लिए कहा गया था। इसके लिए यूपीए के एक कैबिनेट मिनिस्टर और दूसरे कांग्रेसी नेता ने दवाब डाला था। हालांकि जब मैंने ऐसा करने से मना कर दिया तो मेरे खिलाफ केस बना डाला।
कुमार का दावा है कि सीबीआई के उस अफसर को सबूत खत्म करने के लिए रिटायरमेंट के बाद इनाम देने का वादा भी किया गया था। कुमार को लश्कर से जुड़े मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है। उनके मुताबिक, उन्होंने तब के होम मिनिस्टर आडवाणी और मोदी पर खतरे की बात अपनी रिपोर्ट में बता दी थी। कुमार के मुताबिक, आडवाणी और मोदी को लश्कर 20 अप्रैल 2004 को निशाना बनाने वाला था। यह फेल हो गया। इसके बाद 13 मई 2004 को भी यही कोशिश की गई थी, लेकिन वह भी नाकामयाब साबित हुई।