इस सौदे पर हस्ताक्षर के लिए फ्रांसीसी रक्षा मंत्री डसाल्ट एविएशन के एक शिष्टमंडल के साथ भारत पहुंच रहे हैं।
नई दिल्ली। फ्रांसीसी कंपनी डसाल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के सौदे पर शुक्रवार को दिल्ली में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और फ्रांसीसी रक्षा मंत्री यीव ज्यां जीन की मौजूदगी में हस्ताक्षर किये जायेंगे। इस सौदे पर हस्ताक्षर के लिए फ्रांसीसी रक्षा मंत्री डसाल्ट एविएशन के एक शिष्टमंडल के साथ भारत पहुंच रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय और दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने इस समझौते की पुष्टि की है। दोनों देशों की सरकारों के बीच हुए इस सौदे तहत भारत 7.878 अरब यूरो यानी लगभग 59 हजार करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल विमान खरीदेगा। इस सौदे के बारे में पिछले 17 महीने से बात हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गत वर्ष अप्रैल में पेरिस यात्रा के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद के साथ बातचीत में इस सौदे पर सहमति बनी थी।
इस यात्रा के अंत में जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया था कि वायु सेना की महत्वपूर्ण संचालन आवश्यकताओं को देखते हुए सरकार ने 36 बहुउ्ददेशीय लड़ाकू विमान पूरी तरह तैयार हालत में खरीदने का निर्णय लिया है। दोनों पक्षों में यह भी सहमति बनी थी कि इस सौदे की शर्तें डसाल्ट एविशन कंपनी के साथ इससे पहले हुए समझौते से बेहतर होगी और ये विमान वायु सेना की संचालन जरूरत के हिसाब से उसे निर्धारित समय सीमा में दिए जायेंगे। विमान कई अत्याधुनिक प्रणालियों और हथियारों से लैस होगे और फ्रांस सरकार इनका लंबे समय तक रखरखाव करेगी।