नीरज के मुताबिक, एक आतंकवादी से पूछताछ के दौरान 9/11 हमलों को अंजाम देने के लिए भारत से फंडिंग की बात पता लगी थी
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी किताब ‘डायल डी फॉर डॉन’ में खुलासा किया है कि अमरीका के 9/11 हमलों के लिए भारत से भी धन इकट्ठा किया गया था। नीरज के मुताबिक, एक आतंकवादी से पूछताछ के दौरान 9/11 हमलों को अंजाम देने के लिए भारत से फंडिंग की बात पता लगी थी। अमरीका को भी इस बात की जानकारी थी। उनकी किताब इस शनिवार को रीलिज होगी। नीरज कुमार सीबीआई में भी रहे थे और इस दौरान उन्होंने दाऊद इब्राहिम से बात की थी।
एक अंग्रेजी अखबार को नीरज कुमार ने बताया कि 9/11 हमलों की भारत से फंडिंग में तीन लोग शामिल थे। इसमें आफताब अंसारी, उमर शेख और मोहम्मद अत्ता नाम के शख्स शामिल थे। आफताब अंसारी ने आफताब ने खादिम शू कंपनी के चेयरमैन पार्थ प्रतीम रॉय बर्मन को किडनैप किया था। उनसे करीब 49 लाख रुपए की फिरौती वसूली गई थी। आफताब पर कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हमले का भी आरोप है। आफताब अभी बंगाल की जेल में है। वहीं उमर शेख उन पांच आतंकियों में शामिल था जिन्हें एयर इंडिया के 1999 में हाईजैक हुए प्लेन को छुड़ाने के बदले कंधार जाकर रिहा किया गया था। आफताब ने खादिम शू कंपनी चेयरमैन की किडनैपिंग से मिला पैसा उमर शेख को दिया था। मोहम्मद अत्ता 9/11 हमले का मास्टरमाइंड था। उमर शेख अत्ता के संपर्क में था। शेख ने ही भारत में हुई किडनैपिंग से मिला पैसा मोहम्मद अत्ता तक पहुंचाया था।
कौन हैं नीरज कुमार?
पटना में जन्मे नीरज कुमार 1976 बैच के आईपीएस अफसर हैं। नीरज दिल्ली के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं। वे सीबीआई में भी रह चुके हैं। दो साल पहले रिटायर हो चुके नीरज फिलहाल बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट के हेड हैं। उन्हें 1992 में राष्ट्रपति मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है।