25 दिसंबर को केंद्र सरकार ऐप लॉन्च करेगी। दुकानदार को बायोमैट्रिक डिवाइस खरीदना होगा। डिवाइस से कनेक्ट करने पर काम करेगा ऐप।
नई दिल्ली. अब डिजिटल ट्रांजेक्शन को आसान बनाने के लिए सरकार अनोखा ऐप लॉन्च करने जा रही है। यह आधार आधारित मोबाइल ऐप होगा। ऑनलाइन भुगतान के लिए इस पर आधार नंबर डालकर बैंक का चुनाव करना होगा। इसके अलावा ऐप से जुड़े डिवाइस पर अंगूठा लगाना होगा। कुछ ही सेकंड में ट्रांजेक्शन हो जाएगा।
25 दिसंबर को सरकार इसे लॉन्च करेगी। यूआईडीएआई के सीईओ डॉ.अजय भूषण पांडेय के मुताबिक स्मार्टफोन में ऐप डाउनलोड करना होगा। दुकानदारों को इस ऐप के जरिये ग्राहकों से ऑनलाइन पैसा लेने के लिए एक बायोमैट्रिक डिवाइस लेना पड़ेगा। बाजार में इस डिवाइस की कीमत करीब दो हजार रुपये है। सीईओ ने बताया कि जब कोई खरीदारी के लिए किसी दुकानदार के पास जाएगा तो खरीददार को भुगतान की राशि ऐप पर डालनी होगी। इसमें अपने बैंक का चुनाव करना होगा। साथ ही दुकानदार के डिवाइस पर अंगूठा लगाना होगा। अंगूठा लगाते ही ट्रांजेक्शन तुरंत हो जाएगा। इंटरनेट की धीमी रफ्तार में भी यह काम करेगा।
36.58 बैंक खाते आधार से लिंक
देशभर में 36.58 करोड़ बैंक खाते आधार से लिंक किए जा चुके हैं। कुल 117 करोड़ बचत खाते हैं। इसमें बड़ी तादाद ऐसे लोगों की है जिनके पास कई बैंक खाते हैं। बता दें कि लगभग 41 प्रतिशत लोग अभी भी बैंकिंग से नहीं जुड़े हैं। उधर, यूआईडीएआई के मुताबिक अब तक कुल 109.12 करोड़ लोग आधार से जुड़ चुके हैं। सीईओ का कहना है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। सरकारी तकनीकी विशेषज्ञों और एजेंसियों द्वारा इसे परखे जाने के बाद ही इसे लॉन्च करने का फैसला किया गया है। भविष्य में यह सबसे सुरक्षित और सबसे आसान भुगतान माध्यम होगा।
सेंधमारी संभव नहीं
आधार से बड़ी तादाद में सरकार ने सेंधमारी को खत्म किया है। इस नई ऐप में सेंधमारी संभव नहीं है। गौरतलब है कि आधार पेमेंट ब्रिज में 846 बैंक शामिल हैं। इस ब्रिज से अब तक कुल 42,767.32 करोड़ रुपये का लेनदेन हो चुका है। इसमें से 8.9 करोड़ रुपये का भुगतान मनरेगा और 143.35 करोड़ का एलपीजी सब्सिडी के लिए लेनदेन हुआ है। आधार नंबर के जरिए भुगतान के लिए मौजूदा समय 119 बैंक तैयार हैं। इनमें प्रमुख सार्वजनिक और निजी बैंक शामिल हैं। नोटबंदी के बाद देशभर में अब तक लोग इससे 29.73 करोड़ का भुगतान कर चुके हैं।