श्रीनगर। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में ग्रेनेड हमले में तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और 18 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि पुलवामा में डिग्री कॉलेज के निकट एक पुलिस दल पर संदिग्ध आतंकवादियों ने एक ग्रेनेड फेंका, जिससे केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के आठ जवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अजहर बाबा, उप पुलिस अधीक्षक शफीक अहमद और एसएचओ अदिल अहमद समेत दस पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमले के बाद आतंकवादी भागने में सफल हो गए।राजनाथ ने की कश्मीरी नेताओं से मुलाकात वहीं कश्मीर घाटी में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ झड़प की विभिन्न घटनाओं में एक 18 वर्षीय किशोर की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने घाटी में हफ्तों से जारी अशांति और हिंसा के चक्र को तोडऩे के लिए मुख्य राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के पिंगलिना गांव में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए संघर्ष में वह किशोर पेलेट से घायल हो गया था। उसे एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। यह जगह श्रीनगर से 30 किलोमीटर दूर है। झड़प में कम से कम 40 लोग घायल हुए हैं। कफ्र्यू और पथराव कर रहे दर्जनों युवकों की गिरफ्तारी के बावजूद श्रीनगर के कुछ हिस्से और उत्तरी कश्मीर में भी प्रदर्शन हुए हैं।kashmir-violence-57b2c43e28c29_l.jpg” border=”0″>मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हुईआठ जुलाई को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में जारी अशांति के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है। नागरिकों और सुरक्षा बलों सहित हजारों लोग घायल हुए हैं। बुधवार की घटना ऐसे समय में घटी है, जब राजनाथ सिंह सुरक्षा हालात की समीक्षा करने कश्मीर पहुंचे हैं। वह जम्मू एवं कश्मीर में नागरिक समाज के सदस्यों और राजनीतिज्ञों के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक माह में कश्मीर का यह उनका दूसरा दौरा है। राजनाथ सिंह ने यहां सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। जानकार सूत्रों के अनुसार मुख्य धारा के राजनेताओं ने केंद्र सरकार पर अलगाववादी नेताओं सहित सभी संबंधित पक्षों से बात करने का दबाव डाला है।मीरवाइज ने त्रिपक्षीय वार्ता की मांग दोहराईहालांकि श्रीनगर स्थित सरकारी सूत्रों ने मंत्री के अलगाववादी गुटों से मुलाकात की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया है। अलगाववादी ही जम्मू-कश्मीर में आत्म निर्णय के अधिकार के नाम पर इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक ने भी कहा कि अलगाववादी नेताओं ने भी कहा है कि सरकार से भारतीय संविधान के दायरे में बातचीत की कोई संभावना नहीं है। मीरवाइज ने भारत, पाकिस्तान और दोनों देशों में बंटे जम्मू एवं कश्मीर की जनता को मिलाकर त्रिपक्षीय वार्ता की मांग दोहराई है।भीड़ में मिले आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंः राजनाथघाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास के तहत राजनेताओं और नागरिकों से बातचीत करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय कश्मीर दौरे पर हैं। उनके साथ गृह सचिव राजीव महर्षि और वरिष्ठ अधिकारी भी हैं। उन्होंने पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों के कमांडरों एवं खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। बताया जाता है कि गृह मंत्री ने विरोध प्रदर्शन से निबटते समय अधिकतम संयम बरतने को कहा है लेकिन यह भी कहा है कि भीड़ में मिले आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। गृह मंत्री डल झील के पूर्वी छोर के पास ऐतिहासिक नेहरू गेस्ट हाउस में ठहरे हैं।