गौरतलब है कि एनआईए पहले भी अमरीका से उसे भारत को सौंपने का अनुरोध कर चुका है। सूत्रों के मुताबिक, भारत संभवत: अमरीका से यह कहेगा कि मुंबई हमलों में छह अमरीकियों के मारे जाने के कारण हेडली और लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ अमरीका में जांच की गई थी, लेकिन इस हमले से बड़ी संख्या में प्रभावित हुए भारतीयों को अभी तक न्याय नहीं मिल सका है। भारी संख्या में भारतीय भी मारे गए थे।
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि हेडली अभी तक मामले में नम्बर एक पर आरोपी है। वर्ष 2011 में दाखिल चार्जशीट में कहा गया है कि वह न केवल मुम्बई हमलों बल्कि अन्य कई हमलों की योजनाएं बनाने में लिप्त रहा है। इसमें लश्करे तैयबा और हूजी की ओर से किए गए हमले भी शामिल हैं। 26/11 के हमले से पहले हेडली ने दिल्ली में भी हमले के लिए संभावित ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान में लश्कर और अमरीका में सहयोगी तहव्वुर राणा को दी थी।