नई दिल्ली। पंजाब के अमृतसर में चल रहे हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी देशों के राजनयिकों से मिले। पीएम मोदी ने उनके ग्रुप फोटो खिंचाई के साथ ही अपना संबोधन भी दिया। पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति के लिए आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करना जरूरी है। इसके लिए सभी को एकसाथ आकर इसका विरोध करना होगा। इस कॉन्फ्रेंस में इसमें पाक के विदेश सलाहकार और नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज भी आए हुए हैं। इससे पहले ने पीएम मोदी सरताज अजीज सहित अनेक देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की और अफगानिस्तान की शांति एवं समृद्धि के लिये पूरे क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त कराने पर जोर दिया।
अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण, सुरक्षा एवं समृद्धि के लिये हॉर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भाग लेने के लिये 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि पंजाब के अमृतसर पहुंचे हैं। अजीज भी देर शाम एक विशेष विमान से यहां पहुंचे। शहर के बाहर साडा पिण्ड में विदेश मंत्रालय द्वारा 40 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में अजीज भी शामिल हुए और श्री मोदी ने विभिन्न मेहमानों से शिष्टाचार मुलाकात के दौरान अजीज से भी हाथ मिलाया और कुशलक्षेम पूछी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां बताया कि किर्गीजिस्तान, ईरान, अफग़ानिस्तान और स्लोवाकिया के विदेश मंत्रियों तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार से मोदी ने भेंट की।
मोदी ने संदेश में दी नसीहत
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि अफगानिस्तान के विकास की जिम्मेदारी सामूहिक है और उसके लिये मिलजुल कर काम करना होगा। स्वरूप ने कहा कि उनकी अफगानिस्तान के लोगों और नेताओं से कई मौकों पर बात हुई है और उनका विश्वास बना है कि उस देश के लोग आतंकवाद से ऊब चुके हैं। मोदी ने अफगानिस्तान की स्थिरता, शांति, सुरक्षा एवं विकास के लिये पूरे क्षेत्र में आतंकवाद और हिंसा को समाप्त करना होगा। कूटनीतिक हलकों में मोदी का यह संदेश मुख्यत: अजीज को नसीहत के तौर पर देखा जा रहा है। अजीज भले ही हॉर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन मेें भाग लेने के लिये आये हैं लेकिन उनका सबसे बड़ा लक्ष्य भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच भारी गोलाबारी और लगातार आतंकवादी हमलों के कारण चरम पर पहुँच गये तनाव को कम करना और बातचीत की रास्ता खोलना है। उधर अजीज ने भी पाकिस्तान से रवाना होने से पहले बीमार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एक गुलदस्ता भिजवाया और उनके शीघ्र ही स्वस्थ होने की कामना की।
द्विपक्षीय वार्ता पर संशय
सूत्रों के अनुसार भोज के मौके पर अजीज से द्विपक्षीय मसलों पर कोई बात नहीं हुई। अजीज का भारत आने का कार्यक्रम रविवार का था लेकिन अंतिम क्षणों में यह कार्यक्रम बदल गया और वह एक दिन पहले आज देर शाम एक विशेष विमान से यहां पहुंचे। विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी अनौपचारिक मुलाकात और उससे भारत पाकिस्तान के बीच जमी बर्फ के पिघलने की एक छोटी सी आशा ने उनके भारत यात्रा के कार्यक्रम में तब्दीली की। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने अजीज की सम्मेलन में भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ द्विपक्षीय बातचीत की कोई संभावना नहीं है।
पाक ने नहीं किया अनुरोध
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान की ओर से उन्हें द्विपक्षीय बैठक का कोई अनुरोध नहीं मिला है। भारत पहले ही कह चुका है कि दोनों देशों के बीच बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान को बात करनी है तो पहले आतंकवाद को बंद करना होगा। जबकि पाकिस्तान का कहना है कि वह भारत से बिना शर्त बात करने को तैयार है।