नियम के मुताबिक अगर पति-पत्नी दोनों सिविल सर्वेंट हैं तो सरकार दोनों को साथ रहने के लिए किसी एक का ट्रांसफर कर सकती है
नई दिल्ली। दिल्ली की रहने वाली आईपीएस अफसर निशा और तमिलनाडु के आईएएस पी. पार्थिबन ने 2012 में शादी की थी। अब निशा तमिलनाडु कैडर में पोस्टेड हैं और कोयंबटूर में डीसीपी हैं। जबकि पार्थिबन को AGMUT कैडर मिला है यानी उनकी पोस्टिंग दिल्ली या यूनियन टैरिटरी में ही हो सकती है। फिलहाल वे पुडुचेरी में पोस्टेड हैं।
नियम के मुताबिक अगर पति-पत्नी दोनों सिविल सर्वेंट हैं तो सरकार दोनों को साथ रहने के लिए किसी एक का ट्रांसफर कर सकती है, लेकिन नियम ये भी कहते हैं कि ऑफिसर्स को उनके होम स्टेट में पोस्टिंग नहीं मिलती। जानकारी के मुताबिक पिछले साल कपल ने मैरिज के बेस पर कैडर ट्रांसफर करने के लिए अप्लाई किया था। लेकिन उन्हें अभी तक ट्रांसफर नहीं मिला है।
अब गेंद मोदी के पाले में-
डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग का कहना है कि मौजूदा पॉलिसी के तहत केंद्र के अफसर होम कैडर में ट्रांसफर नहीं ले सकते। अब यह मामला कैबिनेट की अप्वॉइंटमेंट्स कमेटी तक पहुंच चुका है, जिसकी अगुआई खुद मोदी करते हैं।
डीओपीटी की मीटिंग में क्या हुआ?
2 फरवरी को हुई डीओपीटी (डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग) की मीटिंग में भी यह मामला सामने आया था। सेक्रेटरी संजय कोठारी के मुताबिक, “यह केस मौजूदा ट्रांसफर पॉलिसी के उलट है। अफसर होम कैडर को नहीं चुन सकते, फिर वह चाहे उनके पति/पत्नी का कैडर क्यों न हो।”