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नई दिल्ली. आईआईटी दिल्ली ने महिलाओं व युवतियों को कामयाब उद्यमी बनाने के लिए बड़ी पहल की है। स्टार्टअप कैसे शुरू किया जाए, स्टार्टअप शुरू हो गया है तो उसे कैसे आगे ले जाया जाए, रैवेन्यू मॉडल क्या हो, इन तमाम पहलुओं पर संस्थान ने तीन माह के दो कोर्स शुरू किए हैं। कोर्स निशुल्क हैं।
कोर्स का नाम बिंग एन एंतरप्रनर है। पढ़ाई को योग्यता का आधार नहीं बनाया गया है। कोई भी दाखिला ले सकता है। आइडिया में संभावना नजर आने पर दाखिला दिया जाता है। अक्तूबर को इन कोर्स को लॉन्च किया गया। हजारों आवेदन में से देशभर से 45 युवतियों व महिलाओं को चुना गया। पहले कोर्स में 30 महिलाए हैं। इनमें वो महिलाएं हैं जिनके पास आइडिया है मगर अब तक स्टार्टअप शुरू नहीं किया। दूसरे कोर्स में कुल 15 महिलाएं ट्रेनिंग ले रही हैं। इनमें वो महिलाएं हैं जो स्टार्टअप शुरू कर चुकी हैं मगर उसमें अब तक सफलता हासिल नहीं कर सकीं। इन सभी को उद्योग जगत के विशेषज्ञों के माध्यम से तरक्की का फॉर्मूला बताया जा रहा है।
अगले बैच का सत्र जनवरी में
पहला बैच दिसंबर में पास आउट हो जाएगा। अगले बैच की ट्रेनिंग जनवरी में शुरू होगी। आईआईटी दिल्ली के निदेशक वी रामगोपाल राव ने बताया कि पहले बैच में 45 महिलाएं व युवतियां हैं। इनके बिजनेस अाइडिया पर काम किया जा रहा है निदेशक का कहना है कि दुनियाभर में महिलाओं की कामयाबी के कई प्रमाण हैं इसलिए हम डिजिटल इंडिया के तहत महिलाओं को कारोबारी जगत का नेतृत्व करने का मौका देना चाहते हैं ताकि जीडीपी में उनकी हिस्सेदारी बढ़े। बता दें कि पहले बैच में 18 से 57 साल की महिलाएं हैं।
किस तरह के आइडिया
कई महिलाएं अपनी कंपनी चला रही हैं। हालांकि फिलहाल छोटे स्तर पर काम कर रही हैं। इनमें थ्रीडी बायोप्रिंटिंग, बच्चों के सामान बेचने वाली ई-कॉमर्स कंपनी से लेकर केक की डिलिवरी करने वाली वेबसाइट्स हैं। यही नहीं, एक युवती किसानों को ऑर्गेनिक खेती के इनोवेटिव आइडिया देने वाली कंपनी चला रही है। हर कोई शौकिया तौर पर इन कंपनी को चला रहा है। अब ये सभी अपने इन कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी पहुंची हैं। बहरहाल, दोनों कोर्स की कक्षाएं अलग आयोजित होती हैं मगर एक दूसरे के आइडिया शेयर करने और अपनी राय देने के लिए सप्ताह में दो विशेष सत्र अायोजित किए जाते हैं। इनमें दोनों कोर्स की छात्राएं हिस्सा लेती हैं।