नई दिल्ली। दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों की सूची में भारत सातवें नंबर पर है। अमरीका इस सूची में पहले स्थान पर है। न्यू वर्ल्ड वेल्थ की इस रिपोर्ट में व्यक्तिगत संपत्ति के आधार पर देशों को रैंकिंग दी गई है। भारत सूची में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और इटली से आगे है। अध्ययन के मुताबिक, अमरीका दुनिया का सबसे अमीर देश है, जिसकी कुल व्यक्तिगत संपत्ति 48 हजार 900 बिलियन डॉलर है। इसके बाद चीन और जापान का नंबर आता है। भारत इस सूची में सातवें स्थान पर है। बीते पांच साल में चीन ने अन्य देशों के मुकाबले सबसे तेज ग्रोथ की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने भी मजबूत बढ़त बनाई है। भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने बीते 12 महीनों में इटली से ज्यादा संपत्ति अर्जित कर उसे पीछे छोड़ा है।
व्यक्तिगत संपत्ति यानी कुल नागरिक संपत्ति
व्यक्तिगत संपत्ति से आशय आबादी की कुल संपत्ति से है। इसमें प्रॉपर्टी, नकद, इक्विटी, व्यापारिक पूंजी आदि शामिल होती है। कर्ज को इसमें से घटा दिया जाता है। इस संपत्ति में सरकारी फंड को शुमार नहीं किया गया है।
आबादी है बड़ी वजह
अमीर देशों में भारत अपनी अत्याधिक आबादी के कारण शामिल हुआ है। इस सूची में सबसे चौंकाने वाला नाम ऑस्ट्रेलिया का है, जिसकी कुल आबादी महज 2.2 करोड़ है।
आबादी के मुकाबले बेहद कम संपत्ति
भारत की आबादी के मुकाबले संपत्ति बेहद कम है। सबसे अमीर 10 देशों में आबादी के लिहाज से भारत दूसरे स्थान पर है। वहीं प्रति व्यक्ति संपत्ति 4212 डॉलर (2 लाख 82 हजार रुपए) के साथ सबसे निचले पायदान पर है। 1 करोड़ 37 लाख रुपए प्रति व्यक्ति संपत्ति के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया इस मामले में सबसे अव्वल है।
देशों की कुल व्यक्तिगत संपत्ति
देश के 7,730 अमीरों के पास कुल 62 हजार अरब रुपए की संपत्ति है। यह देश की कुल निजी संपत्ति का 17 प्रतिशत हिस्सा है। अमरीका के पास 3254, चीन 1166, जापान 1012, ब्रिटेन 616, जर्मनी 610, फ्रांस 442, भारत 375 और कनाडा 315 हजार अरब की दौलत है। वहीं न्यू वल्र्ड वेल्थ की रिपोर्ट पर सवाल भी उठने लगे हैं। क्योंकि भारत की जीडीपी ही 138 लाख करोड़ रुपए की है। हमारा इस साल का बजट भी 19.78 लाख करोड़ रुपए का था। तो सिर्फ 3 महीने में देश की संपत्ति 27 लाख करोड़ रुपए कैसे बढ़ गई। न्यू वल्र्ड वेल्थ ने अपनी रिपोर्ट में संपत्ति बढऩे का कोई कारण भी नहीं बताया है।