मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा मिलने के चलते पाकिस्तान को भारत में कारोबार करने में सुविधाएं मिलती हैं
नई दिल्ली। उरी हमले के बाद पाकिस्तान को अलग थलग करने की कोशिशों के बीच भारत उसे एक और झटका देने जा रहा है। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छिन सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज समीक्षा बैठक बुलाई है। इसमें पाकिस्तान को दिए एमएफएन के दर्जे की समीक्षा होगी। 1999 में जब करगिल युद्ध हुआ तब भी भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन यानि सबसे पसंदीदा देश का दर्जा नहीं छीना था। 2008 में मुंबई में हमला हुआ तब भी भारत ने पाकिस्तान को बख्श दिया था। पठानकोट हमले के बाद भी भारत ने संयम से काम लिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर होने वाली इस बैठक में विदेश और वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा मिलने के चलते पाकिस्तान को भारत में कारोबार करने में सुविधाएं मिलती हैं। पाकिस्तान भारत में बिना इंपोर्ट शुल्क चुकाए माल बेचता है। दर्जा सिर्फ भारत ने पाकिस्तान को दिया हुआ था। पाकिस्तान ने अभी तक भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा नहीं दिया। इसलिए दर्जा खत्म होने का नुकसान पाकिस्तान को है। सरकार पर उद्योग संघों का कोई दवाब नहीं है क्योंकि वो भी मान रहे हैं कि इससे भारत का कोई नुकसान नहीं है।
बता दें कि भारत की ओर से पाक को दिया गया यह दर्जा एकतरफा है। भारत ने 1996 में पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। पाकिस्तान ने 2012 में भारत को एमएफएन यानि विशेष तरजीह देश का दर्जा देने की घोषणा की थी, लेकिन वादा नहीं निभाया। विश्व व्यापार संगठन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के अनुसार एमएफएन का दर्जा दिया जाता है। एमएफएन दिए जाने पर दूसरा देश इस बात को लेकर आश्वस्त रहता है कि उसे व्यापार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। एमएफएन का दर्जा देने से पाकिस्तान को अधिक आयात कोटा और कम ट्रेड टैरिफ मिलता है।
हाल ही में केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पाक से एमएफएन का दर्जा छिनने के संकेत दिए थे। केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी कहा था कि पाकिस्तान हम पर हमले करता रहे और हम उसे एमएफएन का दर्जा दें, इसका कोई मतलब नहीं है। यह पहली बार है जब भारत पाक के एमएफएन दर्जे की समाक्षा कर रहा है। जब पाक को यह दर्जा दिया गया था तब स्थिति अगल है, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाक को अलग थलग करने की कोशिशों में जुटा है। भारत दूसरे तरीकों से भी पाकिस्तान पर दबाव बनाने की तैयारी कर रहा है।