मोदी तथा अशरफ गनी ने बातचीत के बाद कहा कि इस यात्रा के तीन महीने के अंदर समझौते हस्ताक्षर किए जाएंगे।
नई दिल्ली। भारत और अफगानिस्तान ने आपराधिक मामलों में द्विपक्षीय कानूनी सहायता पर
समझौते के साथ ही प्रत्यर्पण और सजायाफ्ता व्यक्तियों के हस्तांतरण के समझौतों पर
हस्ताक्षर करने का फैसला किया है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच असैन्य और
वाणिज्यिक मामलों में भी समझौते किए जाने का निर्णय लिया गया
है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने
द्विपक्षीय बातचीत के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि इस यात्रा के तीन महीने
के अंदर समझौते के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। दोनों देशों ने यात्रियों
के विनियमन के लिए द्विपक्षीय मोटर वाहन समझौते और राजनयिक पासपोर्ट धारकों के लिए
वीजामुक्त प्रवेश देने के समझौते पर हस्ताक्षर करने पर भी सहमति हुई।
दोनों
नेताओं ने भारत तथा अफगानिस्तान के बीच सामरिक भागीदारी को मजबूत बनाने की दिशा में
काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा दोनों पक्षों ने एक दूसरे की
एकता, अखंडता और संप्रभुता के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराया तथा सहमति व्यक्त की
कि वे किसी भी अन्य देश के खिलाफ अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने के लिए अनुमति नहीं
देंगे।