नई दिल्ली। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने तीन दिसंबर से फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले चौथे और अंतिम टेस्ट को बचाने की आखिरी कोशिश करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय की शरण ली है। डीडीसीए में भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए बनाई गई दिल्ली सरकार की तीन सदस्यीय समिति ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से डीडीसीए को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की सिफारिश की है।
बीसीसीआई ने इस बीच एक बयान जारी कर बताया कि डीडीसीए ने दिल्ली उच्च न्यायालय की शरण ली है कि उसे फ्रीडम सीरीज के चौथे मैच की मेजबानी की अनुमति दी जाए। बीसीसीआई ने कहा कि इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होनी है, इसलिए बोर्ड आगे की कोई भी कार्रवाई करने से पहले अदालत के फैसले का इंतजार करेगा। दिल्ली सरकार ने गत सप्ताह डीडीसीए में भ्रष्टाचार की जांच के लिये तीन सदस्यीय समिति बनाई थी, जिसे 48 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिये कहा गया था।
इस समिति ने डीडीसीए में व्याप्त भ्रष्टाचार को देखते हुए बीसीसीआई से जिला क्रिकेट संघ को तुरंत निलंबित करने और इसे पेशेवर क्रिकेटरों द्वारा संचालित करने की सिफारिश की है। डीडीसीए को लेकर यह विवाद ऐसे समय उठा है जब बीसीसीआई ने उसे भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा और अंतिम मैच कराने के लिये फिरोजशाह कोटला मैदान को तैयार करने के लिए 17 नवंबर की अंतिम तारीख मुकर्रर की थी। फ्रीडम सीरीज का यह मैच तीन दिसंबर से शुरू होना है, लेकिन अभी तक डीडीसीए को मैच को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से किसी प्रकार का आश्वासन नहीं मिला है।
पूर्व क्रिकेटरों बिशन सिंह बेदी एवं कीर्ति आजाद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने 12 नवंबर को जांच समिति नियुक्त की थी जिसमें खेल सचिव, शहरी विकास विभाग के सचिव एवं दिल्ली सरकार के कानूनी सलाहकार को नियुक्त किया गया था।
Home / Miscellenous India / भारत-अफ्रीका टेस्ट को बचाने के लिए हाईकोर्ट पहुंचा डीडीसीए