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पाकिस्तान की एक गोली का जवाब दस गोली से देंगे : राजनाथ

Published: Aug 30, 2015 07:55:00 pm

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सीमा पार से घुसपैठ रोकने तथा
संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी दी

Rajnath singh-1

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महराजगंज। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को फिर पाकिस्तान को सीमा पार से घुसपैठ रोकने तथा संघर्ष विराम का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी देते हुए कहा कि भारत अब इसे सहन नहीं करेगा। भारत नेपाल सीमा पर महराजगंज के चिरहुआ में सशस्त्र सीमा बल के मुख्यालय भवन का उद्घाटन करने के बाद सिंह ने कहा कि सीमा पार से गोली चलने के बाद अब भारतीय जवान सफेद झंडा नहीं दिखाएंगे बल्कि एक के बदले दस गोलियां चलाएंगे। उन्होंनें कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि पाकिस्तान सीमा पार से चल रहे आतंकवाद पर बात क रें लेकिन पड़ोसी देश सीमा पर तनाव बढ़ाकर इससे लगातार बचता दिखाई दे रहा है। सीमा पर भारतीय जवानों की ओर से पहली गोली कभी नहीं चली है क्योंकि देश पड़ोसी मुल्कों के साथ शांति से रहना चाहता है लेकिन भारतीय जवान एक गोली का जवाब दस गोली से देने में सक्षम हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जवान अपनी सीमा की सुरक्षा करने में सक्षम हैं। भारत नेपाल की खुली सीमा पर भी एसएसबी के जवान मुस्तैदी से नजर रख रहे हैं। यही कारण है कि इस खुली सीमा से आतंकवादियों की आवाजाही कम हो गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सलाहकार स्तर पर ही बात होगी और यह भी तय है कि बातचीत आतंकवाद पर ही होगी।

केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि नेपाल में चल रहा मधेशी आन्दोलन उस देश का आंतरिक मामला है और इससे भारत के साथ उसके रिश्ते में कोई फर्क नहीं आएगा। यह और बात है कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। उन्होंने कहा कि नेपाल में हिंसक आन्दोलन चला रहे लोगों को सरकार के साथ सीधे बात कर अपनी मांगे रखनी चाहिए।

राजनाथ सिंह ने कहा कि वह राज्य सरकार की आलोचना करने यहां नहीं आए हैं। उत्तर प्रदेश की जनता सबकुछ देख रही है। केन्द्र सरकार ने गन्ना किसानों के बकाए के भुगतान के लिए छह हजार करोड़ रूपए दिए लेकिन बकाया अदा नहीं किया गया। इसी तरह अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो गई।

केन्द्र सरकार ने किसानों को हर्जाना देने के लिए भी रकम दी लेकिन उसका भुगतान भी सही तरीके से नहीं किया गया। केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि गरीबों के उत्थान तथा उनकी हालत सुधारने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं जिसके नतीजे अब सामने आने लगे हैं।

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