मार्च 2013 से सेना में हथियारों की गुणवत्ता और उपलब्धता को बढ़ाने के लिए कोई भी मजबूत कदम नहीं उठाया गया है। साल 2019 की पहली तिमाही में रॉकेट, ऐंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और अन्य कई महत्वपूर्ण और उच्च गुणवत्ता वाले हथियार मिलेंगे।
नई दिल्ली: संसद में नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने एक रिपोर्ट पेश की है। सीएजी की उस रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है कि अगर भारत को युद्ध लड़ना पड़ता है, तो भारत के पास युद्ध करने के लिए पर्याप्त गोला बारूद नहीं हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बेशक भारत के पास 15 लाख जवानों का मजबूत सशस्त्र बल हो लेकिन पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार होने में अभी उसे 2 साल और लगेंगे। इसके पीछे की वजह भारत ने जो रक्षा उपकरणों से संबंधित जो सौदे किए हैं, उन्हें आने में तकरीबन 2 साल का समय लगेगा।
शुक्रवार को संसद में पेश हुई कैग रिपोर्ट
शुक्रवार को संसद में पेश हुई कैग की रिपोर्ट से हथियारों के मामले में भारतीय सेना की बदहाली का खुलासा हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च 2013 से सेना में हथियारों की गुणवत्ता और उपलब्धता को बढ़ाने के लिए कोई भी मजबूत कदम नहीं उठाया गया है। इसका मतलब यह नहीं है कि भारत का अगर युद्ध हो गया तो भारत हार जाएगा।
अभी मात्र 10 दिन का ही गोलाबारूद
अभी भी भारतीय थल सेना, नौसेना और वायुसेना जरूरत पड़ने पर मौजूदा समय में लड़ सकती हैं। लेकिन भारत के पास केवल 10 दिन लड़ने के लिए ही गोला बारूद होगा। इतना कह सकते हैं कि बिना हथियारों के भारत किसी दुश्मन से प्रभावी तरीके से नहीं लड़ सकता। 2013 में जहां 10 दिन की अवधि के लिए 170 के मुकाबले 85 गोला-बारूद ही (50 फीसदी) उपलब्ध था, अब भी यह 152 के मुकाबले 61 (40 फीसदी) ही उपलब्ध है।
2019 तक होंगे भारत के पास सक्षम हथियार
अगले दो सालों में भारतीय सेना को रूस और इजरायल की तरफ से साल 2019 की पहली तिमाही में रॉकेट, ऐंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और अन्य कई महत्वपूर्ण और उच्च गुणवत्ता वाले हथियार मिलेंगे। इसके अलावा भारतीय वायुसेना को 2019 से 2022 के बीच में फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलेंगे। इसका समझौता बीते साल सितंबर में हुआ था।
2019 में सेना को मिलेंगे होवित्जर विमान
मार्च से जुलाई 2019 में 22 अपाचे और 15 चिनूक हेलिकॉप्टर अमरीका से मिलेंगे। इसके लिए 22 हजार करोड़ रुपये का समझौता हुआ था। इसके साथ ही 145 एम-777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर विमान भी मार्च 2019 से जून 2021 तक भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे जो LAC जैसे इलाकों में ऊंचाई पर भी आराम से उड़ान भरने में सक्षम हैं।
भारतीय सेना का बल
भारतीय सेना के पास कुल 13,25,000 जवान हैं। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है। भारत के पास अटैक करने वाले 809 एयरक्राफ्ट हैं। भारतीय एयरक्राफ्ट की कुल संख्या 2,102 है। भारत के पास कुल 4 हजार 426 टैंक मौजूद हैं। भारत की सेना के पास केवल 1 एयरक्राफ्ट कॅरियर है। भारत के पास क्रूज मिसाइल 400 हैं। बैलेस्टिक मिसाइलों की कुल संख्या लगभग 5 हजार है। भारतीय सेना पाकिस्तान को युद्ध में तीन बार मात भी दे चुकी है।
सेना की डिमांड के बाद भी कार्रवाई नहीं
कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारे देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री जरूरत के हिसाब से गोला-बारूद का निर्माण नहीं कर पा रही है। 2013 के बाद ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की ओर से सप्लाई में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। सेना की जितनी डिमांड है उतना गोला-बारूद तैयार नहीं किया जा रहा है।
जनवरी में लिया किया गया ऑडिट
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां क्षतिग्रस्त सामानों की मरम्मत करने में अक्षम हो रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल जनवरी में आर्मी के गोला-बारूद मैनेजमेंट का फॉलोअप ऑडिट किया गया।