बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राइफल्स के चंदू अपने सीनियर से नाराज थे और उन्होंने गुस्से में यह कदम उठाया
नई दिल्ली। पाकिस्तान की सीमा में पकड़े गए जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण के बारे में एक नई जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राइफल्स के चंदू अपने सीनियर से नाराज थे और उन्होंने गुस्से में यह कदम उठाया। दिल्ली से प्रकाशित एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक चंदू की गुरुवार दोपहर अपने सीनियर से बहस हुई। इसके बाद वह नाराजगी में एलओसी की ओर बढ़ गए। इस दौरान उनका हथियार भी साथ था।
एलओसी की ओर जा रहे चंदू को उनके साथियों ने वॉर्निंग दी, लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं हुआ। एलओसी के पार जाते ही पाक सैनिकों ने उन्हें तुंरत गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों ने यह साफ किया है कि चव्हाण बुधवार रात हुई सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल नहीं थे। सूत्रों के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक उस जगह की ही नहीं गई, जहां से चव्हाण पाकिस्तान में दाखिल हुए।
उधर चंदू का परिवार दोहरे संकट से जूझ रहा है। चंदू का लालन-पालन करने वाली उनकी नानी लीलाबाई चिंदा पाटील का निधन हो गया है। चंदू के बचपन में ही उनके माता-पिता का निधन हो गया था। चंदू और उनके छोटे भाई-बहन को उनके नाना-नानी ने पाला। बताया जाता है कि चंदू की नानी पाकिस्तान में अपने नाती के पकड़े जाने के सदमे से चल बसीं। उस समय वह चंदू के छोटे भाई के पास थीं। चंदू का भाई भी सेना में है और फिलहाल जामनगर में पोस्टिंग पर है। 23 वर्षीय चंदू छुट्टियां लेकर अपने गांव आने वाले थे, मगर ऐन वक्त पर छुट्टियां कैंसल होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया।