मुख्य सुचना आयुक्त आरके माथुर ने सुचना आयुक्त एम श्रीधार आचार्युलु को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के काम से हटाया।
नई दिल्ली. मुख्य सुचना आयुक्त आरके माथुर ने सुचना आयुक्त एम श्रीधार आचार्युलु से मानव संसाधन विकास मंत्रालय का जार्च छीन लिया है। इसे एक कार्रवाई के तौर पर माना जा रहा है। सुचना आयुक्त एम श्रीधार ने दिल्ली विश्वविद्यालय को पीएम मोदी की साल 1978 की बीए की डिग्री का रिकॉर्ड सार्वजनिक करने का आदेश दिया था।
दिल्ली विश्वविद्यालय को दिया था अादेश
अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संबंधित सभी शिकायतें व सुझाव अन्य सूचना आयुक्त मंजुला पराशर देखेंगी। बता दें कि मुख्य सूचना आयुक्त को यह विशेषाधिकार है कि वह किसी भी आयुक्त को कोई भी विषय सौंप सकता है। 21 दिसंबर को आचार्युलु ने दिल्ली विश्वविद्यालय को वर्ष 1978 में बीए की डिग्री हासिल करने वाले सभी छात्रों के रिकॉर्ड की पड़ताल करने का आदेश दिया था। साल 1978 वही साल है जब विश्वविद्यालय के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी को डिग्री मिली थी। इस बीच आचार्युलु ने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
डीयू ने नहीं दी थी जानकारी
आरटीआई आवेदक नीरज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से साल 1978 में बीए की परीक्षा में शामिल हुए छात्रों की कुल संख्या, उनके परीक्षा परिणाम, क्रमांक, नाम, पिता के नाम, प्राप्तांक आदि की सूचनाएं मांगी थीं। ये सूचनाएं देने से इनकार करते हुए विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी ने जवाब दिया था कि मांगी गई सूचनाएं संबंधित छात्रों की निजी सूचनाए हैं। इसके बाद मामला सुचना आयोग के पास गया। सुचना आयुक्त आचार्युलु ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय जन सूचना अधिकारी की यह दलील खारिज कर दी थी। उन्होंने कहा कि इस दलील में उन्हें दम या कोई कानूनी पक्ष नजर नहीं आता है।