आयकर विभाग (आईटी) के कर्मचारियों ने सरकार से श्रमबल और सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद कालेधन के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों की बढ़ती संख्या के आगे आयकर विभाग के कर्मचारी कम पड़ गए हैं। ऐसे में, इन मामलों की जल्द जांच संभव नहीं हो पा रही है। नतीजतन, आयकर विभाग (आईटी) के कर्मचारियों ने सरकार से श्रमबल और सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है।
आईटी के कर्मचारियों की दो यूनियनों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिख पर्याप्त श्रमबल और ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। इनकम टैक्स इम्पलाइज फेडरेशन और इनकम टैक्स गैजेटेड आफिसर्स एसोसिएशन ने पत्र लिखा है। ये दोनों संघ आयकर विभाग के 97 फीसदी कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। पत्र में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद के घटनाक्रमों से पता चलता है कि कालेधन व भ्रष्टाचार की बुराई से लडऩे के लिए कई कड़े उपायों की जरूरत है।
लैपटॉप की भी मांग
दोनों यूनियनों ने कहा कि मौजूद कर्मचारी में से कई तकनीकी तौर पर कमजोर हैं। उन्हें ट्रेनिंग की जरूरत है। लैपटॉप कम पड़ गए हैं। हर काम डेक्सटॉप पर संभव नही है। लैपटॉप जैसे उपकरणों की कमी पूरी की जाए।