विशिष्ट महिला वैज्ञानिक जे. मंजुला ने
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में पहली महिला महानिदेशक के रूप में
प्रभार संभाल लिया
बेंगलूरू। विशिष्ट महिला वैज्ञानिक जे. मंजुला ने
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में पहली महिला महानिदेशक के रूप में
प्रभार संभाल लिया है। उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार प्रणाली (ईसीएस)
क्लस्टर की कमान सौंपी गई है। मंजुला इससे पहले जुलाई 2014 से रक्षा एवियोनिक्स
अनुसंधान प्रतिष्ठान (डेयर) की निदेशक थीं। मंजुला के.डी. नायक की जगह
लेंगी।
डीआरडीओ कामयाबियों से भरा सफर
उस्मानिया विश्वविद्यालय
छात्रा मंजुला इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्यूनिकेशंस इंजीनियर हैं। वह वर्ष 1987 में
डीआरडीओ से जुड़ी थीं लेकिन उसके पहले कुछ समय के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ
इंडिया में सेवाएं दी थी। मंजूला ने डीआरडीओ की हैदराबाद स्थित इकाई डिफेंस
इलेक्ट्रॉनिक रिसर्च लेबोरेटरी (डीआरडीएल) में इंटिग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक युद्ध
प्रणाली के क्षेत्र में 26 साल से अधिक समय तक काम किया है।
इस दौरान उन्होंने सेना
तथा अर्द्धसैन्य बलों के लिए कई उपकरण और सॉफ्टवेयर डिजाइन किए। इनमें सिग्नल
एक्यूजीशन रिसीवर्स, हाईपावर आरएफ सिस्टम्स, जैमर्स एवं कंट्रोलर सॉफ्टवेयर प्रमुख
हैं। उन्हें वर्ष 2014 में “साइंटिस्ट ऑफ द ईयर 2011” अवार्ड से नवाजा गया। डीआरडीओ
ने उन्हें परफामेंüस एक्सीलेंस अवार्ड प्रदान किया है।