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जम्मू-कश्मीर में मिर्च वाली गन को केंद्र का ग्रीन सिग्नल

Published: Sep 04, 2016 09:00:00 am

कश्मीर में उग्र भीड़ को रोकने के लिए इस्तेमाल की जा रही पैलेट गन की जगह मिर्ची वाली पावा शेल लेगी

kashmir violence

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नई दिल्ली। कश्मीर में उग्र भीड़ को रोकने के लिए इस्तेमाल की जा रही पैलेट गन की जगह मिर्ची वाली पावा शेल लेगी। शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ ने मिर्च वाली पावा शेल को मंजूरी दे दी। करीब 1000 शेल रविवार को कश्मीर पहुंचेंगे।

गौरतलब है कि घाटी में हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए पैलेट गन इस्तेमाल करने से कई लोगों की आंखों की रोशनी जाने की शिकायत आई थीं। पावा शेल को बीएसएफ के ग्वालियर स्थित टीयर स्मोक यूनिट में बनाया जा रहा है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने पैलेट गन को बैन करने की मांग की थी। पावा शेल में उसी मिर्च का उपयोग होता है जो हम किचन में करते हैं।



पावा शेल

पावा(पैर्लागॉनिक एसिड वैनिलिल एमिड), इसे नॉनीवामिड भी कहते हैं। यह आर्गेनिक शुद्ध लाल मिर्च पाउडर से बनता है। इससे शरीर पर खुजली और आंखों में पानी आता है।

पैलेट निकलवाने में लुहार की ले रहे मदद
हिंसा में पैलेट के शिकार युवक छर्रों को निकलवाने के लिए डॉक्टर की बजाए लुहार के पास जा रहे हैं। वे ऐसा इसलिए कर रहे है ताकि पुलिस की निगाह में न आएं। पुलिस द्वारा उन्हें प्रताडि़त किए जाने का डर सता रहा है।



आज पहुंचेगा प्रतिनिधिमंडल
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में 28 सांसदों का सर्वदलीय डेलीगेशन रविवार को कश्मीर घाटी पहुंचेगा। डेलीगेशन 4 और 5 सितंबर को वहां रहेगा। तनाव का जायजा लिया जाएगा।

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