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कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी गिरफ्तार

Published: Oct 28, 2016 02:43:00 pm

Submitted by:

Rakesh Mishra

उत्तरी कश्मीर के बारामुला में हथियारों और गोला बारुद के साथ जैश-ए-मोहम्मद के दो स्थानीय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया

militants arrested

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श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के बारामुला में हथियारों और गोला बारुद के साथ जैश-ए-मोहम्मद के दो स्थानीय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सेना, अर्धसैन्य बलों और पुलिस ने एक खुफिया सूचना पर जैश-ए-मोहम्म्द के दो स्थानीय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथगोले और स्वचालित हथियार भी बरामद किये गये हैं। बारामुला के पुराने शहर से गत सप्ताह सेना, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस के तलाशी अभियान के दौरान करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से चीनी और पाकिस्तानी झंडों के अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये गये थे।

श्रीनगर के पुराने इलाके और शहर-ए-खास में फिर कर्फ्यू लगा
उधर, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में अलगाववादियों की जामिया मस्जिद चलो रैली को विफल करने के लिए बटमालू के अलावा शहर-ए-खास और पुराने इलाके में आज फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है ताकि वहां लोग एकत्र नहीं हो सकें। पाबंदियों के कारण मस्जिद में गत 15 सप्ताह से जुमे की नमाज नहीं अदा की जा सकी है। शहर-ए-खास और पुराने इलाके के पांच पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों के अलावा बटमालू में कर्फ्यू लागू होने की औपचारिक सूचना आज सुबह में दी गई।

अनंतनाग के कोकरनाग में गत आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी समेत तीन आतंकवादियों के मुठभेड़ में मारे जाने के अगले दिन से हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़े और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) आंदोलन को हवा दे रहे हैं। इन संगठनों ने हड़ताल की अवधि तीन नवंबर तक के लिए बढ़ा दी है। अलगाववादियों ने लोगों से मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए घेराबंदी को तोडऩे के वास्ते आज जामिया मस्जिद की ओर मार्च करने की अपील की है। हालांकि उदारवादी एचसी के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक के मजबूत गढ़ माने जाने वाले इलाके में स्थित इस मस्जिद का मुख्य द्वार बंद है और इसके आस-पास तथा जामिया मार्केट इलाके में बुलेट प्रूफ जैकेट पहने और स्वचालित हथियारों के साथ बड़ी संख्य़ा में सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं।

मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सुरक्षा बलों ने कंटीली तारों से बंद कर रखा है। मस्जिद की ओर जाने वाली सभी गलियों के अलावा रंगार मोड़, नौहट्टा, राजौरी कदाल, हवाल और मल्खा में कंटीली तारें लगाई गईं हैं। कमारवारी सीमेंट पुल से खानयार तक पूरे नल्लाहमार इलाके में कई स्थानों को कंटीली तारों से बंद कर दिया गया है। सुबह पांच बजे से कर्फ्यू लागू होने के कारण लोगों को घरों के अंदर रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बल के जवान उन्हें घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दे रहे हैं।

एक निवासी ने कहा, चूंकि हरेक शुक्रवार को कर्फ्यू लागू करना नियमित गतिविधि बन चुकी है इसलिए हमने कल ही दूध, ब्रेड, सब्जियां और दवा समेत अन्य जरूरी चीजों की खरीददारी कर ली थी। हालांकि ईदगाह के जरिए एस के इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) की ओर जाने वाली सड़क खुली हुई है। दस्तावेजों की जांच के बाद केवल मरीजों को ही जाने की इजाजत दी जा रही है। शहर-ए-खास और पुराने इलाके में भी लोगों को कहीं जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। जगह-जगह सुरक्षा बलों के जवान तैनात है। बटमालू में भी ऐसी ही स्थिति है जहां लोगों को घरों के अंदर रहने के बार-बार निर्देश दिए जा रहे हैं। वहां बस स्टैंड पर गत तीन माह से अधिक समय से सैकडों बसें और अन्य वाहन खड़े हुए हैं। किसी प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने इलाके के कई सड़क मार्गाें को कंटीली तारों से बंद कर दिया है। मैसुमा समेत सिविल लाईंस में हालांकि किसी प्रकार की पाबंदी नहीं है। मैसुमा जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक का मजबूत गढ़ है। यासीन फिलहाल एसकेआईएमएस में भर्ती हैं।
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