नई दिल्ली। देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के मामले में देशभर में बवाल मचा हुआ है। इन दिनों मीडिया की सुर्खियां बने हुए कन्हैया मूल रुप से बिहार के बेगूसराय का रहने वाला है। कन्हैया एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उनके पिता जयशंकर सिंह लकवा ग्रस्त हैं, जबकि उनकी मां आंगनबाड़ी सेविका हैं।
कन्हैया के पिता ने दसवीं में ही पढ़ाई छोड़ दी। उनका कहना है कि मैं केवल दसवीं तक ही पढ़ पाया, लेकिन हमने पूरी कोशिश की कि हमारे बच्चे अच्छी पढ़ाई कर सकें। कन्हैया की मां मीना देवी तीन हजार रुपए कमाती हैं। वहीं बड़ा भाई मणिकांत असम में एक कंपनी में सुपरवाइजर है। कन्हैया के पिता ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कन्हैया ने लेफ्ट उम्मीदवार के लिए प्रचार किया था। इसलिए कन्हैया के खिलाफ साजिश रची गई है। उनका यह भी कहना है कि गरीब का बेटा होने के कारण कन्हैया को फंसाया जा रहा है।
जानिए क्या है विवाद?
जेएनयू में 9 फरवरी को लेफ्ट स्टूडेंट्स के
ग्रुप्स ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन
फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज
किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था। जेएनयू में साबरमती हॉस्टल
के सामने शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी
की। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प हुई। 10 फरवरी को
नारेबाजी का वीडियो सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को नारेबाजी के
आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया। जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के
प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया। जबकि खालिद अभी फरार है।