हर पाकिस्तानी और हर मुस्लिम से नफरत करती थीं गुरमेहर
गुरमेहर जब 2 साल की थीं, तब ही उनके पिता शहीद हो गए थे। उन्होंने बताया कि बचपन में वह भी हर पाकिस्तानी और हर मुस्लिम से नफरत करती थीं क्योंकि वह सबको अपने पिता की मौत का जिम्मेदार समझती थीं। लेकिन उनकी मां ने उन्हें समझाया कि ऐसा नहीं है और उनके पिता की मौत का जिम्मेदार पाकिस्तान नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच होने वाली जंग थी। मां की इस सीख के चलते उन्हें भी इसका अहसास हुआ। इसके बाद ही उन्होंने राम सुब्रमनियन के साथ मिलकर यह विडियो बनाया और दोनों देशों की सरकारों से यह गुहार लगाई कि दोनों देशों के ज्यादातर लोग इस तनाव के खिलाफ हैं और इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाए।
ये कहाहै गुरमेहर नेवीडियो में
गुरमेहर का यह संदेश अंग्रेजी में है और इसमें उन्होंने 30 पोस्टरों के जरिए अपनी बात सामने रखी है। वह लिखती हैं कि पिता के न होने पर कैसा महसूस होता है इसकी यादें मेरे पास ज्यादा हैं और मुझे याद है मैं पाकिस्तान और पाकिस्तानियों से कितनी नफरत करती थी क्योंकि उन्होंने मेरे पिता को मार डाला। गुर ने लिखा कि छह साल की उम्र में उन्होंने एक बुरका पहनी हुई महिला को मारने की कोशिश की क्योंकि पता नहीं किस वजह से मुझे ऐसा लगता था कि वही मेरे पिता की मौत की जिम्मेदार है और आज मैं भी अपने पिता की तरह एक सैनिक हूं। मैं भारत-पाकिस्तान के बीच शांति के लिए लड़ रही हूं।
बस बहुत हुआ…
इस वीडियो के जरिए गुरमेहर चाहती हैं कि दोनों देशों की सरकारें ढोंग करना बंद करें और समस्या को सुलझाने का काम करें। वीडियो में कहा गया है कि हम तीसरी दुनिया के स्तर के नेतृत्व के साथ विकसित देश बनने का सपना नहीं देख सकते। बहुत हुआ सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद, जासूसी, नफरत..बस बहुत हुआ!!