कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए भाषण दिया था। उसमें उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था, “एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते पर स्वतंत्र भारत का मस्तक नहीं झुकेगा अगिनत बलिदानों से अर्जित यह स्वतंत्रता अश्रु, शोक, शौर्य से सिंचित यह स्वतंत्रता त्याग तेज़ तपबल से रक्षित यह स्वतंत्रता दुखी मनुजता की हित अर्पित यह स्वतंत्रता इसे मिटाने की साजिश करनेवालों से कह दो चिंगारी का खेल बुरा होता है…।”