श्रीनगर। कश्मीर हिंसा दिन पर दिन अपने सबसे बुरे दौर में जाती हुई नजर आ रही है। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी करने से आगे निकलते हुए अब उनपर हमला करना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने एक जवान को दौड़-दौड़ा कर पीटा और उसकी आंखे फोड़ दी।
जानबूझकर पहुंचाई आंखों पर चोट
बताया जा रहा है एसएसपी श्रीनगर के निजी सुरक्षा अधिकारी शफाकत अहमद को प्रदर्शनकारियों ने 14 जुलाई को घेर कर पीटा। प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन को आग के हवाले कर दिया और जानबूझकर आंखों पर चोट पहुंचाई। शफाकत का श्रीनगर स्थित आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी आंखों में गंभीर चोट आई हैं।
जवानों से लूटे जा रहे है हथियार
सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क को जाम कर दिया और सेना के काफिले पर पत्थरबाजी की। वहीं, कुछ उपद्रवियों ने सैनिकों से हथियार छीनने और गाड़ियों में आग लगाने की कोशिश की। इसके पहले प्रदर्शनकारियों ने पुलगाम के दमहल हांजी पोरा पुलिस स्टेशन को तबाह कर दिया और वहां रखी लगभग 70 बंदूकें लूट ली। कहा जा रहा है कि इनका इस्तेमाल कश्मीर में सेना के खिलाफ किया जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आतंकी लूटे गए हथियारों से अपनी छोटी फौज बनाने की फिराक में हैं। पुलिस स्टेशन से जो हथियार लूटे गए हैं, उनमें एके 47, इंसास राइफल, एक लाइट मशीन गन, कई मैगजीन और गोलियां थीं।
पैलेट गन का हो रहा विरोध
वहीं दूसरी तरफ कश्मीर में प्रदर्शनकारियों के ऊपर पैलेट गन के इस्तेमाल को लेकर भारी विरोध हो रहा है। बता दें कि इससे कई प्रदर्शनकारियों की आंखें खराब हो गई हैं और वे इससे काफी नाराज हैं।
ब्रिगेडियर एम.एस. तेवतिया ने बताया कि 28 सीआरपीएफ जवानों का ऑपरेशन किया जा चुका है, जों गंभीर रूप से जख्मी थे। उन्होंने बताया कि एक पुलिसकर्मी का ऑपरेशन करने में डॉक्टरों को 8 घंटे लग गए। उनके चेहरे पर कई फ्रैक्चर थे। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, कश्मीर में बीते 11 दिनों से जारी हिंसा के चलते अब तक 2000 आम नागरिक और 1500 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं।