मोदी ने
गुरूवार को यहां कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) द्वारा आतंकी इशरत जहां को बिहार
की बेटी बता कर महिमा मंडित करने के बाद उसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के नेताओं ने
मुंबई हमलों के गुनाहगार याकूब मेमन की फांसी पर गैरजिम्मेदराना और दुर्भाग्यपूर्ण
बयान देकर देश की न्यायिक प्रक्रिया पर ऊंगली उठाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस
नेता दिग्विजय सिंह और शशि थरूर के बयान से देश के उन तमाम लोगों का अपमान हुआ है
जो आतंकवाद से मुक्ति चाहते हैं।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के सहयोग
से बिहार में सरकार चला रहे नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव को कांग्रेस उपाध्यक्ष
राहुल गांधी के दस वर्षों तक राजनीतिक सलाहकार रहे दिग्विजय सिंह और पूर्व
केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर के बयान पर अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए। हुए बम धमाकों
के गुनहगार याकूब मेमन को तमाम न्यायिक प्रक्रिया पूरी करने और उसे अपने बचाव के
लिए पर्याप्त समय देने के बाद देश की सर्वोच्च न्यायालय ने फांसी की सजा मुकर्रर की
।
मोदी ने कहा कि अप्रत्याशित तौर पर सुप्रीम कोर्ट ने बचाव पक्ष की याचिकाओं पर
आधी रात के बाद तक सुनाई कर उसे खारिज किया । ऎसे में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर
ऊंगली उठाना और इसे “राज्य प्रायोजित हत्या” करार देना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण बल्कि
पूरे देश का अपमान है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता लेकिन
राजनीति करने के लिए कांग्रेस नेताओं ने देश की न्यायिक व्यवस्था को अपमानित क रने
वाले बयान दिए हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि इसके पूर्व भी कांग्रेस नेता दिग्विजय
सिंह हाफिज सईद, अफजल गुरू और दिल्ली में हुए बटाला हाउस मुठभेड़ को लेकर वोट बैंक
की राजनीति करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव स्पष्ट
करें कि वे कांग्रेस नेताओं के बयान से सहमत है या नहीं।