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शहीद कैप्टन पवन का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

Published: Feb 22, 2016 08:20:00 pm

कैप्टन पवन कुमार का उनके पैतृक गांव बधाना में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया

Captain Pawan

Captain Pawan

जींद। जम्मू कश्मीर के पम्पोर में एक सरकारी बहुमंजिला इमारत में से आतंकवादियों को खदेड़ते हुए शनिवार को शहीद हुए बधाना गांव के निवासी (हाल आबाद जींद अर्बन एस्टेट) कैप्टन पवन कुमार का आज उनके पैतृक गांव बधाना में
पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया । उनके चचेरे भाई संदीप ने मुखाग्री दी। कैप्टन पवन कुमार के पार्थिव शरीर पर हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, हरियाणा के कृषिमंत्री ओमप्रकाश धनखड़, वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु, उचाना से विधायक प्रेमलता ने पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद को अंतिम नमन किया।

ब्रिगेडियर राकेश मंगोतरा ने शहीद के पार्थिव शरीर पर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा उतारकर शहीद के पिता राजबीर को सौंपा तथा पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्रचढ़ाया। इन्टरनल सिक्योरिटी डयूटी के कमांडिग अफसर योगेश सिंह चौहान व संदीप
पुनिया,हिसार से आए कमांडिंग ऑफिसर कर्नल वाई एस चौहान, सेना के अधिकारी सचिन पटेल गुरजोत सिंह ,ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाए।

चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी के वीसी मेजर जनरल डा. रणजीत सिंह, जिला प्रशासन की तरफ से डीसी विनय सिंह , पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल, ने पुष्प चक्र चढ़ाए। सेना की टुकड़ी ने सैन्य परम्परा के अनुरूप शहीद की शहादत को नमन किया। हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने मातमी धुन बजाकर तथा शस्त्र झुकाकर शहीद को नमन किया। बीजेपी के
प्रदेश सचिव जवाहर सैनी, जिलाध्यक्ष डा. ओपी पहल समेत अनेक गणमान्य लोगों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए।

जैसे ही आज दोपहर शहीद कैप्टन पवन कुमार का पार्थिव शरीर हैलिकॉप्टर से जींद की पुलिस लाईन में पहुंचा इस लाडले देशभक्त को सलाम करने के लिए सैंकड़ों की तादात में युवा, बुजुर्ग ,महिला पहुंच गए। उनके पार्थिव शरीर को खुली गाड़ी
में रखकर अर्बन एस्टेट में राजबीर के घर लाया गया। हजारों की तादात में क्या महिला क्या पुरूष सभी लोगों ने सड़कों के दोनों तरफ खड़े होकर पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की।

शहीद कैप्टन पवन कुमार अमर रहे, वन्देमातरम, भारत माता की जय, इंडियन आर्मी जिन्दाबाद के नारे गूंजते रहे। जब शहीद के पार्थिव शरीर को जींद से बधाना गांव के लिए लेकर चले तो शहर में सड़कों के दोनों तरफ लोगों ने खड़े होकर कैप्टन पवन अमर रहे के नारे लगाए । यह एक ऐसा मौका था जब हजारों की तादात में शव यात्रा में शामिल हुए लोगों की आंखे नम थी। हरेक की जुबान से यही निकल रहा था कि कैप्टन पवन कुमार जैसे शहीदों की बदौलत ही हम आज स्वतंत्र राष्ट्र के स्वतंत्र नागरिक है।

जींद शहर में पटियाला चौंक तक सड़कों के दोनों तरफ खड़े लोगों के हाथों में फूल इस बात का गवाह बने कि इस प्रकार की शहादत को देशवासी कभी भुला नही सकते। अमरहेड़ी, कंड़ेला , शाहपुर ,नगूरां गांव में जैसे ही शहीद का पार्थिव ्रशरीर लिए गाड़ी गुजरी तो लोगों ने सड़कों के दोनों तरफ कैप्टन पवन कुमार अमर रहे की शहादत के नारे लगाए । खास बात यह भी देखने को मिली कि महिला व पुरूष चाहे वो किसी भी बिरादरी के हों लोगों ने सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर शांतिपूर्ण तरीके से नमन किया।

शव यात्रा में सैंकड़ों की तादात में मोटर साईकलों पर सवार होकर युवा शहीद को नमन करने के लिए बधाना गांव में पहुंचे । जिसको जो भी साधन मिला वह एक ही धुन में नजर आया कि उसे जिला के इस जाबांज बेटे का नमन करना हैं। विभिन्न राजनैतिक दलों के लोगों ने कैप्टन पवन कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। जात पात व आपसी वैरभाव को भुलाकर 36 बिरादरी के लोगों ने बधाना गांव के शमशान घाट में पहुंचकर इस शहीद की शहादत को नमन किया। यहां इक्ठ्ठा हुए क्षेत्र भर से आए हजारों लोगों की आंखे नम थी कि उन्होंने देश को समर्पित कैप्टन पवन कुमार को खो दिया है।

बधाना गांव के राजबीर के घर 15 जनवरी 1993 को जन्में पवन कुमार को 14 दिसम्बर 2013 को 7 डोगरा रैजिमेंट में कमीशन मिला। अब वे 10 पैरा रैजिमेंट में कैप्टन के पद पर आसीन थे। जम्मू कश्मीर के पम्पोर कस्बे में एक बहुमंजिला इमारत में आतंकवादियों से हुई एक मुठभेठ में शनिवार की रात को कैप्टन पवन कुमार शहीद हो गए। पवन कुमार अपने माता पिता की एकलौती संतान थे और अविवाहित थे। इनके पिता राजबीर खटकड़ व माता कमलेश पेशे से शिक्षक हैं और वर्तमान में जींद अर्बन एस्टेट में रह रहे हैं।

शहीद को नमन करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि आज पवन कुमार जैसे जाबांज देशभक्तों की बदौलत ही हम स्वतंत्र वातावारण में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश व प्रदेश इस जाबांज देशभक्त को नमन करता है।
हरियाणा के जवान देश की सीमाओं की रक्षा करने के काम में अग्रणी पंक्ति में रहे हैं। पवन कुमार जैसे अमर शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। ऐसे शहीद सदा के लिए अमर हो जाते हैं। धन्य है ऐेसे मां बाप जिन्होंने ऐसे
सपूत को जन्म दिया।

वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कैप्टन पवन कुमार की शहादत को देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की संज्ञा देते हुए कहा कि आज ऐसे समर्पित देशभक्तों के बलिदानों की बदौलत ही हम सुरक्षित हैं। देश के लोग इनकी शहादत को प्रणाम करते
हैं। आने वाले पीढिय़ां जींद के इस शहीद ही शहादत को याद रखेगी और छाती चौड़ी करके कह सकते है कि देश के लिए शहादत देने के लिए प्रदेश के लोग सबसे आगे हैं।

हरियाणा के कृषिमंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कैप्टन पवन कुमार को देश का जाबांज सैनिक कहा और कहा कि उनकी शहादत को आने वाली पीढिय़ां याद रखेगीं। ऐसे जाबांज किसी जाति या वर्ग विशेष के लिए ही आदर्श नहीं होते बल्कि पूरा राष्ट्र ऐसे शहीदों पर गर्व करता है। देश भक्त पूरे देश के लिए जीते हैं। इनकी शहादत को कभी भूलाया नहीं जा सकता।

सांसद दुष्यंत चौटाला, जींद के विधायक डा. हरिचंद मिढ़ा, जुलाना के विधायक परमिन्द्र ढुल ,पूर्व मंत्री कुलबीर सिंह मलिक, समेत अनेक राजनैतिक दलों , स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों, क्षेत्र के अनेकों गणमान्य लोगों ने
बधाना गांव में पहुंचकर शहीद कैप्टन पवन कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए।
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