नई दिल्ली. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक अजीब वाक्या हुआ। जस्टिस जेएस खेहर कई मामलों की सुनवाई करने बैठे तो कुछ वकील उपलब्ध नहीं हो पाए तो कुछ ने कहा कि वे फिलहाल मुकदमे की सुनवाई में तैयार नहीं हैं। यही नहीं, केस से जुड़े कुछ अहम कागजात भी तैयार नहीं हो पाए थे। इस तरह के हॉली-डे मूड को देखते हुए जज साहब नाराज हो गए।
जज ने खुद से थमाई फाइल, वकील ने कहा-तैयार नहीं हूं
जस्टिस जेएस खेहर ने पूछा कि क्या हो रहा है यहां? हर कोई हॉली-डे के मूड में क्यों है? बहरहाल, जेएस खेहर, जस्टिस अरुण मिश्रा के साथ सुनवाई कर रहे थे। उन्होंने खुद से केस से जुड़ी फाइल वकील को थमाई लेकिन वकील ने कहा कि फिलहाल वो बहस के लिए तैयार नहीं है? इससे नाराज होकर जज ने कहा कि क्या हमें घर चला जाना चाहिए? इसके बाद कोर्ट की सुनवाई कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। जज साहब हॉल छोड़कर बाहर चले गए।
तीन करोड़ केस देशभर में निपटारे के इंतजार में हैं
ऐसा माहौल देख दोनों जज 15 दिनों के लिए कोर्टरूम से बाहर चले गए। बाद में वे सुनवाई के लिए वापस लौटे। उनकी नाराजगी से तमाम वकील हैरान हो गए। सभी अचानक से एकत्रित होने लगे थे। खैर, वकीलों के इस उदासीन रुख के कारण ही न्याय मिलने में देरी होती है। देश में फिलहाल तीन करोड़ केस का निपटारा अब तक नहीं हो पाया है। 63 हजार केस सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग हैं। आधे से ज्यादा देश की हाईकोर्ट कम जजों के साथ काम कर रही हैं। जजों की नियुक्तियां रुकी हुई हैं।