घाटी में हो रहे हालिया विरोध प्रदर्शनों के दौरान 30 वर्षीय लेक्चरर शबीर अहमद मंगू की मौत
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में सुरक्षा बल के जवानों की पिटाई से एक लेक्चरर की मौत हो गई। घटना दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले की बताई जा रही है,जब सुरक्षा बल के जवान बुधवार रात छापा मारना पहुंचे थे। सेना ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
घाटी में हो रहे हालिया विरोध प्रदर्शनों के दौरान 30 वर्षीय लेक्चरर शबीर अहमद मंगू की मौत हो गई। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 65 तक पहुंच गई है। हालिया मौत ने घाटी में लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है। बुधवार को सेना के तलाशी अभियान के दौरान मंगू के अलावा करीब दो दर्जन युवक बुरी तरह से घायल हुए। पिछले दो सप्ताह से घाटी के गांवों मेें सेना अक्सर रात में तलाशी अभियान चलाती है ताकि अराजक तत्वों की गिरफ्तारी संभव हो सके।
ग्रामीणों का आरोप है कि सेना के जवान तलाशी अभियान के दौरान घरों में तोड़ फोड़ करते हैं और उन्हें पीटते हैं। एक स्थानीय युवक ने बताया कि सेना बुधवार रात उन युवकों को पकडऩे आई थी जो पिछले दिनों प्रदर्शन कर रहे थे। सेना के जवान घर घर तलाशी ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने लोगों को पीटना शुरू कर दिया। 30 वर्षीय लेक्चरर शबीर अहमद मंगू ने इसका विरोध किया। इसके बाद जवानों ने उन्हें इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई। सेना के जवानों के साथ झड़प में कई युवा घायल हो गए। घायलों को श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई है।