मुलायम का मंदिर बनाने के लिए आजम खान के खिलाफ फतवा
Published: Mar 28, 2015 03:04:00 pm
फतवे के अनुसार कोई मुसलमान यदि मंदिर बनाने का प्रस्ताव करता है तो
वह पाप का भागी होता है
Azam Khan Mulayam Singh Yadav Akhilesh Yadav
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संसदीय और नगर विकास मंत्री आजम खान समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के नाम मंदिर बनाने के प्रस्ताव के बाद एक बार फिर विवादों में आ गए जब बरेलवी मुसलमानों की संस्था इस्लाम ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर इसे गैर इस्लामिक करार दिया। फतवे में लोगों से खान का सामाजिक बहिष्कार करने की भी अपील की गई है हालांकि यह फतवा किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है।
फतवे में कहा गया है कि जब तक मंदिर बनाने की बात करने वाला माफी नहीं मांगे तब तब तक उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। फतवे में साफ कहा गया है कि यह किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं बल्कि स्थिति के खिलाफ है। उल्लेखनीय है कि आजम खां ने पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के नाम पर मंदिर बनाने का प्रस्ताव रखा था। खान का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर गुजरात तथा देश के अन्य हिस्सों के कई मंदिर बने हैं। प्रस्ताव के अनुसार यादव का राजनीति तथा राज्य के विकास में बहुत बडा योगदान है।
फतवे के अनुसार कोई मुसलमान यदि मंदिर बनाने का प्रस्ताव करता है तो वह पाप का भागी होता है और जब तक वह माफी नहीं मांगे उसका बहिष्कार किया जाना चाहिए। मंदिर निर्माण का प्रस्ताव इस्लाम के अनुसार सही नहीं है और करने वाले को तक तब माफ नहीं किया जाना चाहिए जब तक वह अपने कर्म के लिए माफी नहीं मांगे। आजम खान के खिलाफ यह फतवा तब सामने आया जब रामपुर के कांग्रेस नेता फैजल खान लाला ने सपा नेता तथा मंत्री आजम खान के मंदिर बनाने प्रस्ताव पर हजरत आला के दरगाह पर इस मामले में राय मांगी थी।
आजम खान का कहना था कि वह मंदिर बनाने के मामले में यादव से राय मांगेंगे और यदि उनकी अनुमति मिल गई तो वह मंदिर बनाने का प्रयास शुरू करेंगे। इस बीच फै जल खान ने राज्य के मंत्री और सपा नेता आजम खान से अपनी जान पर खतरा बताया है तथा राज्यपाल को को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है।