मेरा बेटा पॉल डांसर बन जाए, पर डॉक्टर न बने : डॉक्टर
Published: May 19, 2015 06:39:00 pm
केरल के नेस्थिसियॉलोजिस्ट डॉ. रोशन राधाकृष्णन ने एक ब्लॉग लिखा। मेरा बेटा पॉल डांसर बन जाए, पर डॉक्टर न बने
नई दिल्ली। भारत में आज भी जब किसी परविार में बच्चा जन्म लेता हैं तो उसके माता-पिता की इच्छा होती हैं उनका बेटा डॉक्टर या इंजीनियर बनें। वहीं दूसरी तरफ एक बच्चे के पिता पॉल डांसर बनाने की बता कह रहे हैं। दरअसल, ये मामला केरल का है जहां के एक डॉक्टर ने कहा, मेरा बच्चा भले पॉल डांसर बन जाए पर डॉम्क्टर कभीं नहीं।
केरल के नेस्थिसियॉलोजिस्ट डॉ. रोशन राधाकृष्णन ने एक ब्लॉग लिखा। जो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। रोशन ने अपने ब्लॉग में लिखा कि उनका बच्चा डॉक्टर कभी न बने। इसकी वजह भी उन्होंने अपने ब्लॉग पोस्ट ‘Why I will never allow my child to become a doctor in India’ बताई।
डॉक्टर रोशन अपने बेटे को मुखातिब करते हुए कहते हैं, “तुम्हें सबसे बड़ा त्याग अपने माता-पिता, पति-पत्नी और बच्चों के लिए करना होगा। तुम्हारे पास उनके लिए कभी समय नहीं होगा। इसके अलावा भी डॉक्टरी पेशे की कई गंभीर समस्याओं की तरफ उन्होंने ध्यान दिलाया है।
वह लिखते हैं, “मुझे लगा यह पेशा अपने परिवारजनों के साथ समय बिताते हुए, दिन में दो बार काम करते हुए काफी पैसा देता है लेकिन मेरा ऎसा सोचना गलत था। मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि अब डॉक्टरों को मरीज की जान बचाने के साथ-साथ उनके तीमारदारों से अपनी भ्भी जान बचानी पड़ती है।” डॉ. रोशन राधाकृष्णन का यह ब्लॉग 15 मई को पोस्ट किया गया था जो इंटरनेट पर वायरल हो चुका है और इसके बाद फेसबुक पर बीस हजार से ज्यादा बार इसे शेयर किया जा चुका है।
ब्लॉग में उन्होंने अपने पाठकों से पूछा कि क्या आप अपने पेशे के लिए मरने को तैयार हैं? इसके बाद उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मई 2015 के आंकड़े का हवाला दिया है जिसके अनुसार 75 फीसदी भारत के डॉक्टर अपने मरीज की हिंसा का शिकार होते हैं।