जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में हुए हमले के दौरान मारे गए आतंकियों के पास से भारत में बने सामान बरामद हुए हैं….
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में हुए हमले के दौरान मारे गए आतंकियों के पास से भारत में बने सामान बरामद हुए हैं, जिससे साफ हो गया है कि आतंककारियों को लोकल सपोर्ट मिल रहा है। नगरोटा इलाका पाकिस्तान बॉर्डर से करीब 30 किलोमीटर दूर है, यानी एक बार में यहां तक सफर करना नामुमकिन है।
आतंकियों ने करीब 6 दिन में हमले की प्लानिंग की थी। आतंकियों ने पुलिस की जो ड्रेस पहनी हुई थी, उन्हें भी बॉर्डर इलाके पर सिलकर तैयार किया गया था।
अफजल की मौत का बदला था इरादा
माना जा रहा है ये आतंकी अफजल गुरु की मौत का बदला लेने के इरादे से आए थे। मारे गए दहशतगर्दों के पास से कुछ कागज बरामद हुए हैं, जिनपर उर्दू भाषा में लिखा हुआ है। इस कागज पर ‘अफजल गुरु के इंतकाम की एक और किश्त’ लिखा हुआ है।
एंट्री गेट पर नहीं था सशस्त्र जवान!
इस बीच, नगरोटा हमले को लेकर एक और खुलासा हुआ है। नगरोटा आर्मी यूनिट के ऑफि सर्स मेस के एंट्री गेट पर कोई भी सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं था।
सांबा हमला : 80 मीटर लंबी सुरंग से सीमा में घुसे आतंकी!
सीमा सुरक्षा बल प्रमुख के.के. शर्मा ने बुधवार को कहा कि जम्मू के सांबा में मारे गए तीन आतंकी खेतों में बनी 80 मीटर लंबी सुरंग से होकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की होगी। सीमा सुरक्षा बल के 51वें स्थापना दिवस पर यहां शर्मा ने कहा कि चमलीयाल सीमा चौकी पर ऑपरेशन के पूरा होने के बाद हमने 2 गुना 2 मीटर आकार की एक छोटी सुरंग का पता लगाया…हमने बाड़ पर गहराई में नाका रखा है। सुरंग एक खेत में पाई गई जहां खेती की जाती है और मिट्टी मुलायम है।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद 15 पाक रेंजर्स मारे
शर्मा ने कहा कि भारत की ओर से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से बीएसएफ की ओर से की गई कार्रवाई में अब तक पाकिस्तान के15 से अधिक रेंजर्स और दस से अधिक चरमपंथियों की मौत हुई है।