एडीजी दलजीत चौधरी ने कहा कि पुलिस की जांच आपसी दुश्मनी की तरफ बढ़ रही है, लेकिन अभी भी आतंकी एंगल को छोड़ा नहीं गया
नई दिल्ली। एनआईए अफसर डीएसपी तंजील अहमद की हत्या की जांच में भले ही कई खुफिया एजेंसियां जुटी हों, लेकिन अभी भी हत्यारों का सुराग नहीं मिला है। हालांकि पुलिस ने दो संदिग्धों की तस्वीर जारी की है। तंजील के भाई रागिब का कहना है कि दो फोटो में से एक में दिख रहा शख्स शादी में मौजूद नहीं था। दूसरी तस्वीर धुंधली है, इसलिए पहचान करना मुश्किल है। इस बीच अन्य लोगों से भी बातचीत की जा रही है।
यूपी पुलिस पर भी उठे सवालयूपी पुलिस के एडीजी दलजीत चौधरी ने कहा कि पुलिस की जांच आपसी दुश्मनी की तरफ बढ़ रही है, लेकिन अभी भी आतंकी एंगल को छोड़ा नहीं गया है। बिजनौर में तंजील अहमद की हत्या की जांच में जुटी यूपी पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं। बिजनौर में एडीजी दलजीत चौधरी के पहुंचने के पहले लोकल पुलिस ने 10 मिनट में ही खाली कारतूस ढूंढ़ डाले।
शादी में आए अनजान लड़कों पर शकतंजील के भाई राकिब अहमद ने जांच अधिकारियों को बताया है कि फंक्शन के
दिन बाइक पर दो अनजान लड़के वहां आए थे। जब उनसे आने का कारण पूछा गया तो
वे कुछ स्पष्ट नहीं बता पाए। घटना के पीछे यासिन भटकल ग्रुप का हाथ होने की
संभावनाएं इसलिए जताई जा रही हैं क्योंकि तंजील ने भटकल को पकड़ने में अहम
भूमिका निभाई थी। वे बिहार में एनआईए के अहम अफसर थे।
तंजील की मौत से किसे होगा फायदा?
एजेंसियां
30 से 50,000 कॉल्स खंगाल रही हैं। पश्चिमी यूपी में करीब 24 कॉन्ट्रैक्ट
किलर की एक्टिविटीज को भी ट्रैक किया जा रहा है। यूपी और दिल्ली पुलिस के
साथ एनआईए को मिलाकर कुल चार एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। अधिकारी
लगातार यह पता करने का प्रयास कर रहे हैं कि तंजील की मौत से आखिर किसका
फायदा किसे होगा?