मामले की जांच के लिए एनआइटी प्रशासन द्वारा गठित आंतरिक जांच समिति की रिपोर्ट अभी आना बाकी है
श्रीनगर। राज्य प्रशासन की जांच रिपोर्ट में एनआइटी श्रीनगर में हिंसा व तोडफ़ोड़ का दोष बाहरी राज्यों के छात्रों दिया गया। अब प्रशासन 50 बाहरी छात्रों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि मामले की जांच के लिए एनआइटी प्रशासन द्वारा गठित आंतरिक जांच समिति की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। उसकी रिपोर्ट और राज्य प्रशासन की रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए अंतिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं एनआइटी परिसर में तैनात की गई सीआरपीएफ की कंपनी को भी हटा लिया गया है। सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों पर आरोप है कि उन्होंने परिसर के भीतर नारेबाजी, पुलिस लाठीचार्ज व छात्रों के विवाद के वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए हैं।
कुछ छात्र जम्मू संभाग के भी
एनआइटी के अधिकारियों ने बताया कि हंगामे और तोडफ़ोड़ में लिप्त लगभग 50 गैर कश्मीरी छात्रों की निशानदेही कर ली गई है। इनमें कुछ छात्र जम्मू संभाग के राजौरी-पुंछ से भी संबंध रखते हैं। इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इनकी गिरफ्तारी हो सकती है और एनआइटी प्रशासन इन्हें संस्थान से निष्कासित भी कर सकता है। वहीं हाईकोर्ट में श्रीनगर एनआईटी मामले की सुनवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगी। एक याचिका में गैर कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने, एनआईटी शिफ्ट करने, परीक्षा लिए जाने की अपील की गई है।